एजेंसियां/न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): नई सरकार के गठन के साथ ही अफगानिस्तान में तालिबानी नेताओं (Taliban leaders) के नये मंत्रिमंडल का ऐलान किया गया। तालिबान द्वारा घोषित 33 सदस्यीय कैबिनेट में शेख मौलवी नूरुल्ला मुनीर को शिक्षा मंत्रालय दिया गया है। इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक तालिबान के शिक्षा मंत्री मुनीर ने दावा किया कि अफगानिस्तान में पीएचडी और मास्टर डिग्री बहुत बेकार हैं क्योंकि मुल्लाओं के पास नहीं है, फिर भी वो सबसे ज़्यादा ताकत रखते हैं और वो ‘सबसे महान’ हैं।
तालिबानी शिक्षा मंत्री मुनीर (Education Minister Sheikh Maulvi Noorullah Munir) ने कहा कि “कोई पीएचडी डिग्री नहीं, मास्टर डिग्री आज कोई कीमत नहीं है। आप देखे कि सत्ता में बैठे मुल्ला और तालिबान [नेता] के पास पीएचडी, एमए या यहां तक कि किसी के पास तो हाई स्कूल तक की डिग्री भी नहीं है, लेकिन वे सबसे महान हैं।
हाल ही में ये खबर भी सामने आयी कि तालिबान ने अफगानिस्तान (Afghanistan) में छात्रों और छात्रों को अलग करने के लिये कक्षाओं में बदलाव किया। सामने आयी कई तस्वीरों में महिला छात्रों और पुरुष छात्रों को कक्षा के विपरीत दिशा में बैठे हुए देखा जा सकता है। महिला और पुरूष छात्रों को एक ही क्लास में अलग पढ़ने के लिये बीच में एक पर्दा टांग दिया गया।
जब से तालिबान ने पिछले महीने अफगानिस्तान पर नियंत्रण किया है, कई अफगान नागरिक देश में शिक्षा प्रणाली की हालातों और महिलाओं की सुरक्षा (Safety Of Women) को लेकर बेहद चिंतित हैं। कई लोगों ने पड़ोसी देशों में सुरक्षित ठिकाने की तलाश में अफगानिस्तान से भागने की भी कोशिश की है।
तालिबान ने बीते मंगलवार (7 सितंबर 2021) को उन सभी प्रमुख नेताओं के नामों की ऐलान किया जो अफगानिस्तान में कैबिनेट का गठन करेंगे। तालिबानी सरकार का अगुवाई मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद (Mullah Mohammad Hassan Akhund) करेंगे, साथ ही अधिकांश पद हाई प्रोफ़ाइल तालिबान सदस्यों को दिये जायेगें।
तालिबान ने कैबिनेट बनाने से पहले घोषणा कर कहा कि वे अफगानिस्तान के लिये समावेशी सरकार चाहते हैं, हालांकि अफगानिस्तान की कार्यवाहक सरकार (Caretaker Government) में शामिल सभी कैबिनेट मंत्री आतंकवादी समूह के सदस्य है।