एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): चल रही जंग के बीच यूक्रेन और रूस (Russia) आज (22 जुलाई 2022) काला सागर (Black Sea) के जरिये अनाज निर्यात को दुबारा शुरू करने के मकसद से एक समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार हैं। बता दे कि यूक्रेन (Ukraine) पर रूस के हमले ने बड़े पैमाने पर वैश्विक खाद्य संकट को जन्म दे दिया है।
मौजूदा जंग फर्टिलाइजर, ईंधन और भोजन की कीमतों को लगातार बढ़ा रही है और विशेषज्ञों का दावा है कि दुनिया भर में लाखों लोगों के भूख से मरने का खतरा लगातार बना हुआ है। इस मामले पर तत्काल कार्रवाई की दरकार है।
तुर्की (Turkey) के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन (President Tayyip Erdogan) के कार्यालय ने बीते गुरूवार (21 जुलाई 2022) को कहा कि यूक्रेन, रूस, तुर्की और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (United Nations Secretary-General Antonio Guterres) अनाज निर्यात को फिर से शुरू करने के लिये एक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे।
एर्दोगन के प्रवक्ता इब्राहिम कालिन (Ibrahim Kalin) ने ट्वीट कर कहा कि, “अनाज निर्यात समझौते वैश्विक खाद्य सुरक्षा के लिये काफी अहम है। इस्तांबुल (21 जुलाई 2022) में राष्ट्रपति (रेसेप तईप) एर्दोगन और संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटेरेस की देखरेख में यूक्रेनी और रूसी प्रतिनिधिमंडल एक साथ मिलकर इस समझौते पर हस्ताक्षर करेगें।”
रूस और यूक्रेन दोनों ही गेहूं और चावल के प्रमुख निर्यातक हैं और यूक्रेन के बंदरगाहों में 2.5 करोड़ टन गेहूं और अन्य अनाज की आवाजाही फिलहाल पूरी तरह रूकी हुई है। फिलहाल मामले पर मास्को (Moscow) से तत्काल कोई पुष्टि नहीं हुई है।
देर रात के वीडियो संबोधन में यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने इशारा दिया कि उनके मुल्क काला सागर से लगे बंदरगाहों को जल्द ही अनब्लॉक करेगा।
ज़ेलेंस्की ने कहा कि “और कल हम तुर्की से अपने राज्य के लिये बेहतर खब़र की भी उम्मीद करते हैं – हमारे बंदरगाहों को अनब्लॉक करने के मामले में।”
कल रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) ने तेहरान (Tehran) में अपने तुर्की समकक्ष रेसेप तईप एर्दोगन से मुलाकात की। पुतिन ने यूक्रेन से अनाज के निर्यात पर बातचीत में मध्यस्थता के लिये एर्दोगन को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मामले में कुछ तरक्की हुई है।