न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): TATA Motors के शेयर्स ने लगातार वाली रफ्तार देखी गयी। फिलहाल ये शेयर 52 हफ्ते के सबसे टॉप लेवल पर देखा गया। एक साल के दौरान कंपनी के शेयर में 10 प्रतिशत से ज़्यादा का उछाल देखा गया। BSE में कंपनी के शेयर की कीमत 249.50 पर दर्ज की गयी। आज सेंसेक्स में 3.95% का पुख़्ता मजबूती के साथ शेयर 228.80 रुपये पर खुले। बीते सोमवार को खुदरा निवेशकों (Retail investors) को उस वक्त हैरानी हुई, जब टाटा मोटर्स से शेयर ने 52 हफ्तों की सबसे तगड़ी उछाल लगाते हुए 13 फीसदी की बढ़त दर्ज की। इसके साथ ही सोमवार को NSE में बाज़ार खुलने के साथ 12.64 फीसदी की रफ्तार से आगे बढ़ते हुए शेयर 223.20 रुपये के भाव पर पहुँच गया। इसके साथ ही BSE में इसमें 11.11 का उछाल देखा गया। बाज़ार बंद होने पर इसका भाव 220.10 रुपये पर आकर थम गया।
बीते साल मार्च महीने से अभी तक टाटा मोटर्स के शेयर 250 प्रतिशत का उछाल हासिल कर चुके है। जिसकी वज़ह से निवेशकों को करीब तीन गुना नफ़ा हुआ है। बात करें बीते 8 कारोबारी दिनों की तो टाटा मोटर्स के शेयर में शुद्ध 31.22 फीसदी का उछाल देखा गया है। कंपनी परफॉर्मेंस की बात करे तो कंपनी ने बीते दिसंबर महीने के तिमाही के दौरान रिटेल मार्केट में 1.28 लाख वाहन यूनिट्स की बिक्री की थी। सालाना आंकड़ों पर गौर करे तो रिटेल यूनिट्स वाहन बिक्री (Retail Units Vehicle Sales) में टाटा मोटर्स ने 19.1 फीसदी का आंकड़ा छुआ है। बीते दिसंबर महीने के दौरान कंपनी ने घरेलू बाज़ार में 53,430 यूनिट की बिक्री की, पिछले साल के मुकाबले ये आंकड़ा 21 प्रतिशत ज़्यादा रहा।
शेयरों में उछाल की एक वज़ह ये भी बतायी जा रही है कि, अब जल्द ही टाटा मोटर्स एलन मस्क की कंपनी टेस्ला (Elon Musk’s company Tesla) के साथ मिलकर घरेलू बाज़ार में इलेक्ट्रिक कार बनाने वाला है। जिसके लिए टेस्ला टाटा मोटर्स की संसाधनों और प्रोडक्शन सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकता है। भारत में टेस्ला इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री से जुड़े उत्पादन और बिक्री के फैसले टाटा मोटर्स के हाथों में होगें। मार्केट में फैली खब़रों के मुताबिक भारत सहित एशिया में अपनी पैठ बनाने के लिए टेस्ला को टाटा का इन्फ्रास्ट्रक्चर काफी बेहतरीन लगा। फिलहाल इन खब़रों की अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो पायी है। मौजूदा वक्त में टेस्ला दुनिया की सबसे ज्यादा कीमत वाली वाहन कंपनी है। जिसका मार्केट कैप करीब 800 अरब डॉलर का है। इस खब़र से दलाल स्ट्रीट में काफी हलचल देखी जा रही है।