न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): चक्रवाती तूफान तौकते (Taukate Cyclone) का कहर खत्म होने के बाद अब तबाही के निशानों के मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। इसी क्रम में अरब सागर में 4 जहाजों में से एक जहाज पर मौजूद 26 लोगों की मौत हो चुकी है। जहाज P-305 के चालक दल में शामिल 46 लोग अभी भी लापता बताये जा रहे हैं। तूफान में लापता लोगों का बचाव करने के लिए भारतीय नौसेना और तटरक्षक दल ने विशेष मुहिम चला रखी है।
नौसेना की ओर से बुधवार को बयान जारी कर बताया गया कि, विपरीत मौसमी हालातों के बीच नौसेना के ज़वानों ने बार्ज P-305 के चालक दल में शामिल 273 लोगों में से 186 लोगों से बचाव अभियान के दौरान सुरक्षित स्थानों पर पहुँचा दिया गया है। इस साथ ही दो लोगों को छोटी नाव की मदद से बचाया गया है। गौरतलब है कि बार्ज एसएस-3 पर काम करने वाले 202 और सागर भूषण में काम करने वाले 101 लोग अभी भी फंसे हुए है।
भारतीय नौसेना ने आगे बताया कि अभियान में बचाए गये लोगों को खाना-पानी और मेडिकल जैसी जरूरी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई गई है। जहाज पर फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए ओएनजीसी की मदद से लोगों को वापस लाने की कोशिश जारी है। माना जा रहा है कि ज्यादा समय बीतने के कारण लोगों के बचने की उम्मीद बेहद कम है। 22 लाशों की बरामदगी पी-305 पर जारी बचाव और तलाशी अभियान में हुई, जहां आईएनएस कोच्चि ने बचाव, राहत और तलाशी अभियान (Rescue, relief and search operation) की कमान संभाल रखी थी।
ऑयल रिग सागर भूषण पर मौजूद 101 लोग सुरक्षित है। ओएनजीसी और एससीआई के जहाजों की मदद से बचाये गये लोगों को वापस किनारे तक लाया गया है। इस अभियान में नौसेना ने आईएनएस तलवार को भी तैनात कर दिया है। नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल मुरलीधर सदाशिव पवार (Vice Admiral Muralidhar Sadashiv Pawar) के मुताबिक ये रेस्क्यू ऑपरेशन बीते 40 सालों का सबसे बड़ा चुनौतीपूर्ण अभियान है।