न्यूज डेस्क (देवागंना प्रजापति): Telangana Assembly Elections 2023: तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिये टिकट नहीं दिये जाने से कुछ बीआरएस (BRS) विधायक काफी नाराज हो गये। स्टेशन घनपुर (एससी) विधायक टी राजैया समर्थकों को संबोधित करते समय रो पड़े, जिसके बाद उन्होंने कहा कि वो पार्टी के प्रति वफादार रहेंगे। बीआरएस ने स्टेशन घनपुर (एससी) से चुनाव लड़ने के लिये पूर्व उपमुख्यमंत्री कदियम श्रीहरि (Kadiyam Srihari) को टिकट दिया है।
खानपुर (एसटी) से बीआरएस विधायक अजमेरा रेखा (Ajmera Rekha) के पति अजमेरा श्याम हाल ही में असहमति जताते हुए कांग्रेस में शामिल हो गए। रेखा को चुनाव लड़ने के लिये बीआरअस की ओर से टिकट नहीं दिया गया। मामले को लेकर श्याम ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस (Congress) उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने के लिये आवेदन किया है।
रेखा से भविष्य की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वो अपने समर्थकों की राय लेकर फैसला करेंगी। भुक्या जॉनसन राठौड़ नाइक को खानपुर (एसटी) से चुनाव लड़ने के लिये टिकट दिया गया है। इस बीच मल्काजगिरी (Malkajgiri) के विधायक मयनामपल्ली हनुमंत राव, जिन्हें फिर से टिकट दिया गया है, ने अपने बेटे के लिये भी चुनावी टिकट मांगा।
तिरुमाला (Tirumala) में मीडिया से बात करते हुए राव ने कहा कि अगर उनके बेटे को टिकट दिया जाता है तो वो अपनी और अपने बेटे की जीत सुनिश्चित करेंगे। हाल ही में पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव (Chief Minister K. Chandrasekhar Rao) की ओर से जारी लिस्ट में उनके बेटे का नाम नहीं था।
हनुमंत राव (Hanumant Rao) ने बीते सोमवार (21 अगस्त 2023) को राज्य के वित्त मंत्री टी हरीश राव (T Harish Rao) के खिलाफ आरोप लगाये जिनकी बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और मंत्री केटी रामाराव समेत अन्य पार्टी नेताओं ने आलोचना की। इसी मुद्दे पर केटी रामाराव ने कहा कि- “हमारे एक विधायक जिसे उसके परिवार के सदस्य को टिकट नहीं दिया गया था, ने गुस्से में आकर मंत्री हरीश राव गारू (Harish Rao Garu) पर अपमानजनक बयान दिये है। मैं न विधायक के इस रवैये की कड़ी निंदा करता हूं बल्कि ये भी साफ करना चाहता हूं कि हम सभी टी हरीश राव के साथ खड़े हैं।”
बीआरएस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने बीते सोमवार को आगामी विधानसभा चुनावों के लिये कुल 119 सीटों के लिये 115 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करते हुए विपक्षी कांग्रेस और भाजपा से बाजी मार ली। जारी की गयी लिस्ट में सिर्फ सात निर्वाचन क्षेत्रों में मौजूदा विधायकों को बदला गया है।
बता दे कि अगले कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम का ऐलान चुनाव आयोग की ओर से अभी तक नहीं किया गया है।