एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): Pakistan: आतंकवादियों ने बीते रविवार (18 दिसंबर 2022) को बन्नू के पश्चिमोत्तर पाकिस्तानी इलाके में आतंकवाद-रोधी केंद्र में कुछ लोगों को बंधक बना लिया। अधिकारियों ने कहा कि वो पड़ोसी अफगानिस्तान (Afghanistan) जाने के लिये महफूज़ रास्ता चाहते है, जिसके लिये वो पाकिस्तानी सरकारी अधिकारियों के साथ बातचीत करना चाह रहे थे।
बन्नू के पुलिस प्रवक्ता मुहम्मद नसीब (Police Spokesman Muhammad Naseeb) ने मीडिया को बताया कि, “ये स्पष्ट नहीं है कि आतंकवादियों ने बाहर से हमला किया, या उन्होंने अंदर कर्मचारियों से गोला-बारूद छीन लिया। इसके बारे में बाद में ही साफ हो सकेगा। सुरक्षा बलों ने परिसर को घेर लिया है।”
दो पाकिस्तानी अधिकारियों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि आतंकवादी अफगानिस्तान में सुरक्षित पहुँचने का रास्ता चाहते हैं। मामले पर एक अधिकारी ने कहा कि लगभग 15 आतंकवादियों ने केंद्र के अंदर पूछताछकर्ताओं पर काबू पाने के बाद केंद्र को अपने कब़्जे में ले लिया। उन्होंने उनके हथियार छीन लिये और उनमें से पांच-छह लोगों को बंधक बना लिया। फिलहाल ये साफ नहीं हो सका है कि आंतकी किस संगठन से तालुक्क रखते हा।
इससे पहले संदिग्ध आतंकवादियों ने पाकिस्तान के लक्की मरवत जिले में रविवार तड़के एक पुलिस स्टेशन पर हमला किया, जिसमें चार पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी और चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये। इस हमले में आंतकियों ने भागने से पहले पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड और स्वचालित हथियारों का इस्तेमाल किया। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई की और हमलावरों के मौके से फरार होने से पहले अतिरिक्त सुरक्षा बल को बुलाया गया। फिलहाल पुलिस हमलावरों की तलाश कर रही है।
मृतक कर्मियों की शिनाख़्त हेड कांस्टेबल इब्राहिम (Head Constable Ibrahim), इमरान, खैरुल रहमान और सब्ज़ अली के तौर पर हुई है। बीते रविवार को लक्की पुलिस लाइन में मारे गये पुलिस कर्मियों के अंतिम संस्कार की प्रार्थना की गयी। फिलहाल अभी तक अब तक किसी भी आंतकी गुट ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
बता दे कि पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान (Tehreek-e-Taliban) पाकिस्तान सरकार के साथ विद्रोह से लड़ रहा है। टीटीपी खुद को अफगानिस्तान के तालिबान के साथ जोड़ता है, जो कि पाकिस्तानी सरकार और टीटीपी के बीच मध्यस्थ वार्ता की कोशिश कर रहा था।