एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): हाल ही में अमेरिका (America) ने तीन ज्यादा ऊंचाई वाली हवाई चीज़ों को मार गिराया। एक अमेरिकी फाइटर जेट ने बीते शनिवार (11 फरवरी 2023) को एक और अज्ञात उड़ती हुई चीज़ को मार गिराया। अमेरिका के आसमान में यूएफओ (UFO- Unidentified Flying Object) की ये खबर पूरी दुनिया में चर्चा का सब़ब बनी हुई है। यहां तक कि अमेरिका भी उड़ने वाली वस्तुओं का विश्लेषण नहीं कर सका।
ये पहली बार नहीं है जब अमेरिका ने माना है कि उसके आसमान में यूएफओ देखे गये हैं। हालांकि ये पहली बार है जब किसी अमेरिकी फाइटर जेट ने किसी यूएफओ को मार गिराया है। अब तक तीन यूएफओ को मार गिराया गया, लेकिन कोई मलबा नहीं मिला है। इसलिये ये कहना मुश्किल है कि असल में क्या वो वाकई में यूएफओ ही था। साल 2021 में अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन (Department of Defence Pentagon) ने आधिकारिक तौर पर यूएफओ होने का दावा करते हुए तीन वीडियो जारी किये थे। तीन वीडियो में से एक 2004 का और दूसरा 2015 का था।
तकनीकी तौर पर कोई भी उड़ने वाली चीज जिसके बारे में कोई जानकारी नहीं होती, उसे यूएफओ कहते हैं। इसे सीधे एलियन टेक्नोलॉजी (Alien Technology) से जोड़ना ठीक नहीं है। लेकिन सवाल ये है कि ज्यादातर यूएफओ अमेरिका के आसमान में ही क्यों देखे जाते हैं? 30 साल तक इजरायल (Israel) के अंतरिक्ष सुरक्षा कार्यक्रम की अगुवाई करने वाले 87 वर्षीय हैम इशेद (Haim Ished) ने साल 2020 में एक अजीबोगरीब दावा किया।
उनके मुताबिक धरती पर आने वाले एलियंस और अमेरिकी सरकार के बीच एक समझौता हुआ है। इशेद का कहना है कि एलियंस का मानना है कि धरती पर इंसान अभी उनके वजूद को मंजूर करने के लिये तैयार नहीं हैं, इसलिए वो खुद को इससे दूर रख रहे हैं।
उन्होंने आगे दावा किया कि एलियंस का संघ ग्लैटिक फेडरेशन (Galactic Federation) है। और मंगल ग्रह पर अमेरिका और एलियंस प्रतिनिधियों का एक गुप्त भूमिगत अड्डा भी है। इन दावों पर इजराइल के सबसे बड़े अखबार द जेरूसलम (Jerusalem) पोस्ट में एक विस्तृत रिपोर्ट भी छापी गयी थी। लेकिन इन सनसनीखेज दावों पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।