एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): Russia: खेरसॉन की जंग अब धीरे-धीरे खतरनाक मोड़ की ओर बढ़ती दिख रही है। मास्को को साफ दिख रहा है कि खेरसॉन (Kherson) में अब कीव की रणनीतिक पकड़ काफी मजबूत हो चुकी है। इसी बात के मद्देनज़र अब क्रेमलिन (Kremlin) यूक्रेन के जवाबी हमले के जवाब में दक्षिणी शहर में और अधिक फोर्सेस भेजने की तैयारी कर रहा है। बता दे कि इस साल फरवरी में शुरू हुए युद्ध के शुरुआती दिनों में खेरसॉन पहला इलाका था जो रूसी सेना ने सबसे पहले कब़्जाया था।
पिछले कुछ हफ्तों में यूक्रेन दक्षिणी शहर में तेजी से आगे बढ़ रहा है, खासतौर से निप्रो नदी (Nipro River) के साथ लगे इलाकों में जबसे रूसी सुरक्षा पीछे हटे है, तब से ही यूक्रेन में अपनी मजबूत पैठ इलाके में बना ली है। इलाके में रूस की ओर से तैनात अधिकारियों ने हजारों नागरिकों को तुरन्त इलाका छोड़ने का फरमान जारी कर दिया है।
यूक्रेन के सैन्य जासूस प्रमुख कायरलो बुडानोव (Kyrlo Budanov) का मानना है कि रूसी सेनायें पीछे नहीं हटी हैं बल्कि वो हार का भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रही हैं। इलाके में वो लगातार नयी सैन्य इकाइयों की तैनाती कर रहे है। दबे छिपे रूसी सेना खेरसॉन की सड़कों की रक्षा करने की तैयारी कर रही है। यूक्रेनी मीडिया उक्रेन्स्का प्रावदा (Ukrainian media Ukranska Pravda) से बात करते हुए उन्होनें आगे कहा कि- खेरसॉन से नागरिकों की निकासी करके यूक्रेन दिखाना चाहता है कि इलाके में उसकी स्थिति अभी भी मजबूत है।
खेरसॉन में तैनात रूसी अधिकारी ने दावा किया कि रूसी सेना के साथ कई हथियारबंद मिलिशिया सैन्य दस्ते (Armed Militia Squad) जंग में शामिल होने जा रहे है। यूक्रेन और रूस युद्ध अब पूरी तरह से खेरसॉन में आकर टिक गया है। कीव ने बीते अक्टूबर महीने में इस इलाके में बड़ी कामयाबी मिलने का किया था। सामने आ रहा है कि यूक्रेनी सेना ने लगभग 90 गांवों को दुबारा अपने कब्जे में ले लिया है, जिनकी कुल आबादी 12,000 है।