नई दिल्ली (शेफाली शर्मा): कोरोना वायरस से आज पूरी दुनिया पुरजोर कोशिशों के साथ लड़ रही है। महामारी को हराने के लिए रोज नए कदम उठाए जा रहे हैं। आज भारत में इंफेक्टिड लोगों की तादाद तकरीबन 52,000 तक पहुंच चुकी है। जिसमें से 1,694 से ज्यादा लोग मर चुके है। ऐसे में सरकार के एक फैसले के कारण हालात और भी ज्यादा बिगड़ने के कगार पर नज़र आ रहे है।महामारी से लड़ने के लिए देश में 24 मार्च से ही लॉक डाउन की शुरुआत हो गई थी। लेकिन अभी तक लॉक डाउन खत्म नहीं हुआ है। हालातों को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है। लॉक डाउन खोलने की कोई निश्चित अवधि अभी तक निर्धारित नहीं की जा सकी है।
ऐसे में सरकार ने शराब की दुकानें खोलने का बड़ा फैसला उठाया, जिसके चलते दुकानों पर लंबी लंबी कतारें लगी हुई हैं। जिसने देश में लगे लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग (social distancing) की बुरी तरह से धज्जियां उड़ा दी हैं। इसका असर दिखने लगा है। देश में 733 जिलों में से 130 जिले रेड जोन (Red zone) के अंदर आते हैं, 284 जिले ऑरेंज जोन(orange zone) के तहत आते हैं। बाकी 319 जिले ग्रीन जोन (green zone) हैं। ग्रीन जोन में उन जगहों को रखा गया है, जहां 21 दिन से कोई कोरोना पॉजिटिव केस नहीं मिला है।
राजधानी दिल्ली में 3 मई तक कुल केस 3738 थे पर 6 मई को ये केस 5104 तक पहुंच गए। इन मामलों को देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि, केस कितनी तेजी से बढ़ रहे हैं ।शराब की दुकानों पर उमड़ती हुई भारी भीड़ को देखते हुए सरकार ने शराब की कीमतों पर 70% तक का इजाफा भी कर दिया है लेकिन उसके बाद भी लोग शराब की खरीददारी में कोई कमी करते नहीं दिखाई दे रहे है। शराब की दुकान खुल जाने के बाद से दिल्ली में कई ऐसी तस्वीरें सामने आ रही है कि दिल्ली पुलिस को दो बार लाठीचार्ज करना पड़ा। लोग सुबह 5 बजे से लाइनों में लग जाते हैं। सिर्फ दिल्ली में ही नहीं बल्कि कई जगहों से ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं। जिसको देखते हुए अब दिल्ली हाईकोर्ट (HC) में एक याचिकाकर्ता ने शराब की दुकानें बंद करने की अपील दायर की है। अब सवाल यह उठता है कि सरकार का अगला कदम क्या होगा?