न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): परिवहन, पर्यटन और संस्कृति के लिये संसदीय स्थायी समिति ने आज (16 फरवरी 2022) रूस के साथ युद्ध के खतरे के बीच यूक्रेन (Ukraine) में रहने वाले छात्रों समेत भारतीयों के लिये गहरी चिंता ज़ाहिर की और केंद्र सरकार से उनकी सुरक्षित वापसी को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। ये वाकया यूक्रेन में भारतीय दूतावास द्वारा एडवाइजरी जारी करने के बाद आया है, जिसमें कहा गया है कि नागरिकों खासतौर से जिन छात्रों का वहां रहना जरूरी नहीं है वो यूक्रेन छोड़ने के बारे में सोच सकते है।
समिति के एक सदस्य ने बैठक में यूक्रेन का मुद्दा उठाया और समिति के अध्यक्ष से यूक्रेन से भारतीयों की सुरक्षित वापसी के मुद्दे को संबंधित मंत्रालयों के समक्ष उठाने का आग्रह किया। बैठक में मौजूद एक सदस्य ने बताया कि, “समिति के सभी सदस्य इस पर सहमत थे और उनका विचार था कि यूक्रेन में भारतीयों की सुरक्षित वापसी की प्रक्रिया को तेज किया जाना चाहिये।”
समिति ने यूक्रेन मामले पर चर्चा करते हुए कीव (Kiev) में पढ़ रहे छात्रों की वापसी पर खास ध्यान देने की भी गुज़ारिश की। बैठक के एजेंडे के मुताबिक भाजपा के राज्यसभा सांसद टीजी वेंकटेश (Rajya Sabha MP TG Venkatesh) की अध्यक्षता में परिवहन, पर्यटन और संस्कृति के लिए संसदीय स्थायी समिति ने “अनुदान की मांगों पर सचिव, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के विचार सुनने के लिए (2022-23) मंत्रालय की बैठक बुलाई थी।
रिपोर्टों के मुताबिक यूक्रेन में छात्रों की कोई आधिकारिक संख्या नहीं है, लेकिन मौजूदा वक़्त में यूक्रेन में विभिन्न स्थानों पर हजारों भारतीय छात्र हैं और भारत में उनकी सुरक्षित वापसी की मांग की जा रही है। हाल के महीनों में यूक्रेन पर तनाव काफी बढ़ गया है। रूस और नाटो ने एक-दूसरे पर रूसी-यूक्रेनी सीमा पर सैनिकों को इकट्ठा करने का आरोप लगा रहे है।
अमेरिका (America) और यूक्रेन ने रूस पर हमले की तैयारी करने का आरोप लगाया है। इस बीच मास्को ने इन दावों का खंडन किया और कहा कि उसका किसी देश पर हमला करने का कोई इरादा नहीं है। व्हाइट हाउस (White House) के प्रवक्ता ने इससे पहले कहा था कि अमेरिका भारत समेत दूसरे किसी भी मुल्क का स्वागत मौजूदा सैन्य तनाव कम करने के लिये।