न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): Asad Ahmed Encounter: उत्तर प्रदेश में माफिया बॉस अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसका माफिया राज का करीब करीब खात्मे की ओर है। उमेश पाल की हत्या के महीनों बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) की अगुवाई वाली यूपी सरकार (UP Government) न्याय के हथौड़े से उसके गिरोह पर सख्ती कर रही है।
कहा जाता है कि जब आखिरी वक्त नजदीक आता है तो इंसान को भविष्य नजर आने लगता है, फिर चाहे वो जीवन का अंत हो या फिर माफिया। अतीक अहमद के साथ भी ऐसा ही हो रहा है, जिसने कल खुद माना कि उसके माफिया राज का अंत हो गया है। इस दौरान खास बात ये रही कि अतीक अहमद बार-बार कह रहा था कि यूपी पुलिस उसका एनकाउंटर करेगी। यूपी पुलिस ने असद को मारकर असल में एक कामयाब मुठभेड़ की।
उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में यूपी पुलिस की एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में वांछित अतीक अहमद का बेटा असद और शूटर गुलाम मोहम्मद मारे गये। दोनों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। मुठभेड़ झांसी के पारीछा बांध (Parichha Dam of Jhansi) के पास हुई।
उत्तर प्रदेश पुलिस को अतीक अहमद के बेटे असद और सहयोगी गुलाम के झांसी के पास छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद उन्होंने इलाके की घेराबंदी कर दी। उन्होंने कहा कि पहली गोली असद और उसके सहयोगी ने चलाई, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी। मुठभेड़ करीब 20 मिनट तक चली, इस दौरान 49 राउंड फायर किये गये और असद और गुलाम दोनों को फायरिंग के दौरान ढ़ेर कर दिया गया।
असद और गुलाम के एनकाउंटर के साथ ही उमेश पाल हत्याकांड के सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे चार चेहरे आधिकारिक तौर पर दुनिया छोड़ चुके हैं, यूपी पुलिस ने चारों मुख्य आरोपियों के खिलाफ कामयाब एनकाउंटर किया।
पहला एनकाउंटर 27 फरवरी को हुआ था जिसमें पुलिस ने अरबाज को मार गिराया था। अरबाज क्रेटा कार चला रहा था जिससे बदमाश उमेश पाल के घर पहुंचे। दूसरी मुठभेड़ छह मार्च को हुई थी, इसमें उमेश को पहली गोली मारने वाले विजय चौधरी उर्फ उस्मान (Vijay Chowdhary aka Usman) को पुलिस ने मार गिराया था। सीसीटीवी फुटेज में विजय चौधरी भी फायरिंग करता नजर आया था।
इसका मतलब ये है कि उमेश पाल हत्याकांड के कुल सात आरोपियों में से 4 को यूपी पुलिस ने मार गिराया है, जबकि तीन अभी भी फरार हैं, उत्तर प्रदेश में अतीक अहमद और उसके माफिया गिरोह पर शिकंजा कस रहा है।
पुलिस के मुताबिक अतीक अहमद के कहने पर उसके बेटे असद ने उमेश पाल की हत्या की साजिश रची थी और खुद भी इस हत्याकांड को अंजाम दिया। उमेश पाल की हत्या के बाद से असद और गुलाम मोहम्मद (Ghulam Mohammed) लगातार फरार चल रहे थे। एसटीएफ 48 दिनों से लगातार उन्हें ट्रेस कर रही थी और झांसी में उनकी लोकेशन मिलने पर उन्हें मार गिराया गया।
मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय (ED- Enforcement Directorate) ने भी अतीक अहमद के खिलाफ गहन जांच शुरू की है, जिसमें कई अवैध संपत्तियों और बैंक खातों का खुलासा हुआ है, जो कि अतीक गिरोह को फाइनेंस करने का काम करते थे। इसका मतलब है कि यूपी में अतीक की ओर से फैलाये गये आतंक का राज आधिकारिक तौर पर खत्म हो गया है।