न्यूज डेस्क (देवागंना प्रजापति): केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कानपुर के व्यवसायी मनीष गुप्ता की मौत (Manish Gupta Murder Case) में कथित भूमिका के लिये अपनी चार्जशीट में छह पुलिसकर्मियों को नामजद किया है। बता दे कि पिछले साल 28 सितंबर की देर रात छापेमारी के दौरान गोरखपुर के एक होटल में प्रॉपर्टी डीलर और कानपुर निवासी गुप्ता की पुलिस ने कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।
आरोप पत्र में नामजद आरोपित पुलिसकर्मियों की पहचान एसएचओ जगत नारायण सिंह, एसआई अक्षय कुमार मिश्रा, एसआई विजय यादव, एसआई राहुल दुबे, हेड कांस्टेबल कमलेश सिंह यादव और कांस्टेबल प्रशांत कुमार के तौर पर हुई है। सीबीआई ने बीते शुक्रवार (7 जनवरी 2022) को स्पेशल ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट (Special Judicial Magistrate) लखनऊ कोर्ट में में चार्जशीट दाखिल की थी।
सीबीआई ने पिछले साल 2 नवंबर को इस केस को अपने हाथ में लिया था। मनीष गुप्ता की पत्नी की शिकायत पर गोरखपुर के रामगढ़ ताल थाने में इस मामले की एफआईआर दर्ज (FIR registered) की गयी थी। सीबीआई ने बताया कि मनीष गुप्ता ने 27 सितंबर 2021 को गोरखपुर के एक होटल के कमरे में चेक इन किया था। चार्जशीट में आगे कहा गया है कि 27 और 28 सितंबर की दरमियानी रात करीब 12 बजे एसएचओ ने दो सब- इंस्पेक्टर और तीन अन्य पुलिस कर्मियों के साथ उस होटल के कमरे में घुसे और मनीष गुप्ता के साथ बदसलूकी करने लगे।
आरोप है कि मनीष गुप्ता के विरोध पर पुलिस अधिकारियों ने उनकी पिटाई शुरू कर दी, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आयी, जिससे कि उनकी मौके पर ही मौत हो गयी। इसके बाद मामले पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और अन्य आरोपों के तहत एफआईआर दर्ज की गयी।