न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): बाज़ार में दस्तक देने से ठीक दो हफ़्ते पहले नयी क्रिप्टोकरेंसी ‘हिमालय कॉइन’ (Himalaya Coin) ने 27 बिलियन अमरीकी डालर की कारोबारी मिल्कियत को छू लिया है। जिसकी वज़ह से हिमालय कॉइन की कीमत 10 सेंट से बढ़कर 27 अमरीकी डालर हो गयी है। फिलहाल इस नयी क्रिप्टोकरेंसी (New Cryptocurrency) का प्रचार प्रसार सोशल मीडिया या किसी अन्य प्लेटफॉर्म पर नहीं किया जा रहा है। फिलहाल इसका खुलासा निर्वासित चीनी अरबपति वेंगुई गुओ (Exiled Chinese billionaire Wengui Guo) ने किया है।
हाल ही अरबपति कारोबारी एक म्यूज़िक वीडियो ‘Hcoin to the Moon’ में दिखायी दिये थे, जिसमें उन्हें इस क्रिप्टोकरेंसी का प्रचार करते हुए देखा गया। वीडियो में गुओ को सिगार पीते, याट पर घूमते और लाल रंग की स्पोर्ट्स कार चलाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में डोनाल्ड ट्रम्प के पूर्व सलाहकार स्टीव बैनन (Steve Bannon) को भी इस वीडियो में गदगद होते देखा गया और कहा गया कि सिक्के की शुरुआत ‘स्मारिका’ के तौर पर की गयी है।
क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल पर चीन की बड़ी कार्रवाई के बीच 'हिमालय कॉइन' की शुरुआत काफी उल्लेखनीय है। इससे भी ज़्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि गुओ और बैनन द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को बढ़ावा दिया जा रहा है, जो कि कई सालों से चीनी सरकार (Chinese government) के खिलाफ खुली मुहिम चला रहे हैं।
स्टीव बैनन ने बीते हफ्ते के दौरान एक इंटरव्यू में 'हिमालय कॉइन' की तारीफ की थी और इसे चीन के खिलाफ अपनी लड़ाई के तौर पर रखा। हिमालया एक्सचेंज (Himalaya Exchange) के सीईओ जेसी ब्राउन का कहना है कि एक अरब सिक्के जारी किये जा चुके हैं। ये लगभग 27 बिलियन अमरीकी डालर के बाजार मूल्य के बराबर है।