एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में दिल दहला देने वाली घटनाओं के बीच हाल ही में तालिबानी लड़ाकों (Talibani terrorists) ने जलालाबाद में प्रदर्शनकारियों के एक समूह पर गोलियां चलाईं। जिससे जुड़ा एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। वारदात बीते बुधवार (17 अगस्त 2021) की बतायी जा रही है। जब जलालाबाद (Jalalabad) में प्रदर्शनकारियों का एक गुट ने तालिबानी झंडे को नकारते हुए अफगानी सरकारी कार्यालयों में अफगान राष्ट्रीय ध्वज लगाने की मांग कर रहे थे।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारी (Protestors) जलालाबाद में भारी भीड़ वाली सड़क पर अफगानिस्तान का राष्ट्रीय ध्वज लहरा रहे हैं, जिसके बाद कुछ हथियारबंद तालिबान लड़ाकों ने उन पर गोलियां चला दीं। इस वायरल वीडियो को सबसे पहले अफगानिस्तान एचपीसी के विदेशी मामलों के निदेशक नजीब नांग्याल ने साझा किया था। फिलहाल इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि इस वारदात में कितने प्रदर्शनकारी मारे गये। तालिबानी आंतकियों ने प्रदर्शनकारियों को डराने के लिये पहले हवाई फायर किया और उसके बाद गोलियां उनके सीने में उतार दी।
राष्ट्रपति अशरफ गनी के अफगानिस्तान छोड़ने और काबुल में तालिबान के घुसने के बाद बीते रविवार को तालिबान ने काबुल में खून खराबा ना करने और किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ बदले की कार्रवाई ना करने की बात कही थी। इसके साथ ही तालिबान ने आम माफी योजना (Amnesty Scheme) भी लागू की। जिसके तहत उनकी आलोचना करने वालों और विदेशी सैन्य बलों की मदद करने वाले अफगानों समेत उनके परिवार वालों को माफ करने के साथ साथ खास नरमी बरतने का दावा किया गया था।
तालिबान ने अफगानिस्तान की सभी ज़मीनी रास्तों पर कब़्जा कर लिया है। जिसके कारण नागरिकों और अधिकारियों को हवाई अड्डे तक पहुँचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल हवाई अड्डे पर सुरक्षा की कमान अमेरिकी सैन्य बल ग्रीन बैरेट्स और डेल्टा फोर्स (Green Berets and Delta Force) के पास है। तालिबान नियंत्रित अफगानिस्तान से बाहर निकलने के लिए बेताब सैकड़ों अफगान नागरिक सोमवार को एक अमेरिकी सैन्य विमान के पंखों से चिपके हुए देखे गये।इसी क्रम में एक वीडियो भी सामने आया जिसमें 640 से ज़्यादा अफगानी शरणार्थी अमेरिकी विमान में बैठे हुए दिखाई दिये जो अफगानिस्तान से बाहर जा रहा था।
तालिबान ने बीते मंगलवार (17 अगस्त 2021) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि वे अफगानिस्तान को आतंकवादियों का अड्डा नहीं बनने देंगे और महिलाओं को इस्लामिक कानूनों (Islamic laws) के तहत सभी अधिकार दिये जायेगें।