न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में रहने वाले युवक शशांक यादव को एक्टर सोनू सूद (Sonu Sood) से मदद मांगना भारी पड़ गया। जिसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस में युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। बीते 26 अप्रैल को शशांक ने अपने नाना के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की गुहार लगाते हुए ट्विटर पर सोनू सूद को मैसेज टैग करते हुए मदद मांगी थी। मामला सामने आने पर इलाके की भाजपा सांसद स्मृति ईरानी ने अगले दिन 27 अप्रैल को ट्विटर दावा किया कि, उन्होंने तीन बार शंशाक को कॉल किया। मगर दूसरी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। युवक शंशाक की मदद के लिये उन्होनें डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और अमेठी पुलिस को निर्देश दिये थे।
मामले पर अमेठी के सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस दिनेश सिंह का बयान सामने आया, उन्होंने कहा कि शशांक एक बुजुर्ग के लिये ऑक्सीजन मुहैया कराने को कह रहा था। जो कि रिश्ते में उसके नाना लगते थे। उसने ट्विट में ये कहीं भी नहीं लिखा कि उसके नाना कोरोना इंफेक्टिड है या नहीं। जब उसे फोन किया गया तो उसने फोन नहीं उठाया। हमें लगा कि वो किसी मुश्किल में होगा, इसलिए फोन नहीं उठा रहा। इलैक्ट्रॉनिक सर्विलांस (Electronic surveillance) के आधार पर शंशाक के घर तक पहुँचे मौके पर वो सोता हुआ पाया गया।
जिला एसपी ने दावा किया कि शशांक नाना का घर करीब 20 किलोमीटर दूर है। जहां वो बामुश्किल 5 मिनट के लिये ही गया था। उसके द्वारा किये गये ट्वीट से साफ जाहिर होता है कि, वो ट्विटकर महामारी के हालातों में सनसनी और डर फैलाने का काम कर रहा था। फिलहाल युवक के खिलाफ महामारी अधिनियम (Epidemic act) की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही उसे सीआरपीसी धारा 41 के तहत नोटिस और चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। दूसरी ओर जिले के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर आशुतोष दुबे के मुताबिक शंशाक के नाना कोविड टेस्ट नहीं कराया गया था। उनका इलाज प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा था, जबकि उन्हें जब पास में ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर उन्हें नहीं ले जाया गया। ऐसे में शशांक के नाना की ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौत का दावा किसी भी तरह ठीक नहीं पाया गया है।
मामले पर अमेठी पुलिस का एक ट्विट सामने आया। जिसमें कहा गया कि मरने वाले बुर्जुग की मौत ना तो कोविड-19 के कारण हुई है और ना ही ऑक्सीजन की कमी के कारण। उनकी मौत बीते 26 अप्रैल को दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई। शशांक ने जिस तरह ट्विट किया वो न्यायिक रूप से दंडनीय है।