बिजनेस डेस्क (राजकुमार): Stock Market: अगस्त के महीने में थोक मुद्रास्फीति (Inflation) में और गिरावट के बाद पिछले कारोबारी सत्र (Trading Session) में गिरावट के मद्देनज़र आज (15 सितम्बर 2022) सुबह भारतीय शेयरों में काफी हद तक स्थिर कारोबार हुआ। बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि भारत की थोक मुद्रास्फीति अगस्त महीने के दौरान पिछले महीने 13.93 प्रतिशत से घटकर 12.41 प्रतिशत हो गयी, लेकिन ये फिलहाल दोहरे अंकों पर बनी हुई है। सुबह 9.52 बजे सेंसेक्स और निफ्टी (-0.1 से 0.1) फीसदी के दायरे में थे।
अब दो बाजार के रूझान बड़े पैमाने पर दिख रहे हैं। पहला वैश्विक बाजार नये सिरे से मुद्रास्फीति की चिंताओं पर कमजोर हो गये हैं और बाजार की आम सहमति ये है कि फेड की टर्मिनल दर साफतौर पर 4 फीसदी से ऊपर होगी। ये वैश्विक बाजारों पर भार डालेगा। दूसरा भारत का मजबूती और निरन्तरता के साथ बेहतर बना हुआ है। बीते बुधवार (14 सितम्बर 2022) को अमेरिका (America) में लगातार लाल निशान वाली उपभोक्ता मुद्रास्फीति, ब्याज दरों में और इज़ाफे की पुख़्ता संभावनाओं के कारण चौथे सीधे सत्र के लाभ को तोड़ते हुए भारतीय शेयरों में तेजी से गिरावट देखी गयी।
अमेरिका में उपभोक्ता मुद्रास्फीति हालांकि अगस्त में मामूली रूप से घटकर 8.3 प्रतिशत रह गयी, जो कि जुलाई में 8.5 फीसदी थी, लेकिन ये लक्ष्य 2 प्रतिशत से कहीं ज्यादा है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (Central Bank Federal Reserve) के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने हाल ही में कहा कि 20 सितंबर से शुरू होने वाली दो दिवसीय मौद्रिक नीति बैठक (Monetary Policy Meeting) के दौरान ब्याज दरों में एक और बढ़ोतरी हो सकती है।