ब्रिटेन, लंदन (एजेंसी): कोरोना वायरस (Corona Virus) तेजी से दुनिया में पांव पसार रहा है। अब इसकी चपेट में ब्रिटेन भी आ गया है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Prime Minister Boris Jonson) ने लोगों को एहतियातन कदम उठाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। लेकिन जिस तरह लंदन सी खबरें सामने आ रही हैं, काफी चिंताजनक है। यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार सर पैट्रिक वेंलेंस (Sir Patrick Vallance) के मुताबिक ब्रिटेन में फैल रहे संक्रमण को देखते हुए यूनाइटेड किंगडम इटली से मात्र 3 हफ्ते पीछे चल रहा है। गौरतलब है कि इटली में अब तक 1800 मौतें करोनो वायरस के कारण हो चुकी हैं। ब्रिटेन की सरकारी एजेंसियों के मुताबिक अब तक लंदन में ही 400 कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के मुताबिक 5 से 6 दिन के अंतराल पर संक्रमण के मामले दुगुने होते जा रहे हैं। सरकारी आंकड़ों की माने तो फिलहाल ब्रिटेन में संक्रमण के मात्र 5000 से 10,000 मामले हो सकते हैं।
इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन (Imperial College of London) के एमआरसी सेंटर फॉर ग्लोबल इंफेक्शन डिजीज एनालिसिस (MRC Centre for Global Infectious Disease Analysis) निदेशक प्रोफेसर नेल फार्ग्यूनशन (Professor Neil Ferguson) ने सनसनीखेज दावा करते हुए कहा है कि, ब्रिटेन में कोरोना वायरस के तकरीबन 50,000 मामले हो सकते हैं। जिनमें से 20,000 से 25000 मामले पुख्ता तौर पर संक्रमण के ही हैं। पिछले तीन से चार हफ्तों के दौरान ब्रिटेन में वायरस संक्रमण की दर अप्रत्याशित रूप से बड़ी है।
साइंटिफिक एडवाइजरी ग्रुप फॉर इमरजेंसी (Scientific advisory group for emergency) के मुताबिक लंदन सहित ब्रिटेन के दूसरे हिस्सों में वायरस संक्रमण की दर अभी और बढ़ेगी। रॉयल कॉलेज ऑफ ऑब्स्ट्रिक्शियन एंड गायनोलॉजिस्ट (Royal College of Obstetricians and Gynecologists) के शोध के नतीजे दिखाते हैं कि अभी तक ऐसा कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है कि वायरस का असर गर्भवती मां से शिशु तक पहुंचा हो।
फिलहाल प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के निर्देश पर सभी लंदन वासियों को भीड़-भाड़ से बचने की सलाह दी गई है।
साभार-द गार्डियन