नई दिल्ली (गौरांग यदुवंशी): सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP- Aam Aadmi Party) और विपक्षी भाजपा के विधायकों ने दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) में एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के साथ रातभर धरना प्रदर्शन किया। दिल्ली विधानसभा के पास ये हाई वोल्टेज ड्रामा करीब रात भर चलता रहा।
AAP ने साल 2016 में 1,400 करोड़ रूपये के पुराने नोटों को बदलने के लिये अधिकारियों पर कथित रूप से दबाव डालने के लिये उपराज्यपाल वीके सक्सेना (Lieutenant Governor VK Saxena) के खिलाफ सीबीआई (CBI) जांच की मांग की। दूसरी ओर भाजपा ने मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के इस्तीफे की मांग की, सिसोदिया पर फिलहाल रद्द की गयी दिल्ली आबकारी नीति में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था।
आम आदमी पार्टी ने साल 2013 में सत्ता संभालने के बाद से ही केंद्र सरकार के साथ तल्ख तेवर बनाये हुए है। पार्टी के कई नेताओं ने दिल्ली विधानसभा में महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की प्रतिमा के पास धरना दिया, तो दूसरी ओर भाजपा विधायक महान स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, राज गुरु और सुखदेव (Raj Guru and Sukhdev) की मूर्तियों के पास बैठे दिखे।
वरिष्ठ विधायक आतिशी मार्लेना (MLA Atishi Marlena) ने दावा किया कि सक्सेना ने खादी और ग्रामोद्योग आयोग (Khadi and Village Industries Commission) के अध्यक्ष रहते हुए अधिकारियों पर मोटी रकम का हेरफेर करने का दबाव डाला था।
मामले पर आतिशी ने कहा कि, “सक्सेना ने साल 2016 में नोटबंदी (Demonetisation) के दौरान 1400 करोड़ रूपये के काले धन को सफेद करने के लिये बड़ा घोटाला किया था, जब वो खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष थे। हम केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से इस मामले की जांच करने की मांग कर रहे हैं।”
कथित कृत्य को मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) बताते हुए, उन्होंने सक्सेना को देश की राजधानी में केंद्र के प्रतिनिधि के पद से हटाने की मांग भी की।
आतिशी ने आगे कहा कि- “प्रवर्तन निदेशालय (ED- Enforcement Directorate) को मामले पर धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के तहत इस पर गौर करना चाहिए। सीबीआई और ईडी को उन सभी जगहों पर भी छापेमारी करनी चाहिये, जहां सक्सेना पहले काम कर चुके हैं। जांच पूरी होने तक उन्हें उनके पद से बर्खास्त किया जाना चाहिये।”
दिल्ली आबकारी नीति (Delhi Excise Policy) मामले में सीबीआई द्वारा सिसोदिया के घर पर छापेमारी के बाद से दोनों पक्षों में लगातार टकराव चल रहा है। आप ने दावा किया है कि ये मामला आप नेता पर इसलिए लगाया गया क्योंकि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के विकल्प के तौर पर लगातार उभर रहे हैं।
दूसरी ओर दिल्ली भाजपा सिसोदिया के इस्तीफे की मांग करती रही है। मामले पर भाजपा विधायक रामवीर सिंह बिधूड़ी (BJP MLA Ramveer Singh Bidhuri) ने मीडिया को बताया कि- “सिसोदिया पर 2021-22 की आबकारी नीति में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया गया था, जिसे बाद में आप प्रशासन ने वापस ले लिया था। दिल्ली में कोर में भ्रष्टाचार हुआ है। अगर नीति के साथ सब कुछ ठीक था तो सरकार ने इसे वापस क्यों लिया? अरविंद केजरीवाल को जवाब देने की जरूरत है”
उन्होंने आगे कहा कि, “हम केजरीवाल से इस बारे में स्पष्टीकरण चाहते हैं कि वो क्यों भाग रहे हैं जबकि कई घोटाले हुए हैं, जहां केजरीवाल प्रशासन पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया गया है।”
भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता (BJP MLA Vijender Gupta) ने कहा कि, आम आदमी पार्टी डरी हुई है क्योंकि उनका भ्रष्टाचार उजागर हो गया है।