न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों (US Election) की सरगर्मी जोरों पर है। तकरीबन सभी अमेरिकी राज्यों में इसे देखा और महसूस किया जा रहा है। रिपब्लिकन और डेमोक्रेट समर्थकों (Republican and Democrat supporters) सहित पूरी दुनिया की निगाहें अब गुरुवार को ट्रम्प और बिडेन के बीच होने वाली प्रेसिडेंशियल डिबेट पर आ टिकी है। पहले दोनों के बीच हुई प्रेसिडेंशियल डिबेट (Presidential Debate) काफी नोक-झोंक देखी गयी थी। दोनों ने एक दूसरे पर जमकर तंज कसे, ज़बरन बात काटने की कोशिश भी हुई। कई बार तो दर्शकों और एंकर के लिए असहज स्थिति भी पैदा हो गयी। अब तक हुई सभी प्रेसिडेंशियल डिबेट में दोनों ने नियमों को कई बार ताक पर रख दिया।
ऐसे हालातों से बचने के लिए अब ट्रम्प और बिडेन (Trump and Biden) के बीच म्यूट बटन लाया जा रहा है। इसकी मदद से दोनों एक दूसरे को बोलने से नहीं रोक पायेगें साथ ही टोकाटाकी से भी बचा जा सकेगा। वहीं वाद-परिवाद सुनने वाले दर्शकों/श्रोताओं को भी कोई परेशानी नहीं होगी। म्यूट बटन के इस्तेमाल को फिलहाल मंजूरी दे दी गयी है। दोनों के बीच एक बार तो ऐसा भी देखने में आया था कि बिडेन ने बुरी तरह झल्लाकर ट्रम्प को टोकते हुए चुप रहकर उनकी बात सुनने के लिए कहा था। जिसके बाद म्यूट बटन की जरूरत काफी ज़्यादा महसूस की गयी थी।
दोनों के बीच पहली बहस 29 सितंबर को हुई थी। राष्ट्रपति ट्रम्प के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण दूसरी बहस को रद्द करना पड़ा था। अब आखिरी बहस गुरूवार को होनी तय हुई है। बदले गये नियमों के मुताबिक अब शुरूआत में ट्रम्प और बिडेन दोनों का माइक बंद रखा जायेगा। एंकर जब किसी एक से सवाल पूछेगा तो सिर्फ उसी के ही माइक को चालू रखा जायेगा। ऐसे में ज़वाब देने वाले उम्मीदवार का ही माइक ऑन रखा जायेगा। जबकि दूसरे का ऑफ। जब कोई उम्मीदवार अपना ज़वाब पूरा कर लेगा तो दोनों का ही माइक खोल दिया जायेगा। आखिरी बहस की समय सीमा डेढ़ घंटा तय की गयी है। जिसे 15-15 मिनट के छह हिस्सों में बांटा गया है।
ट्रम्प का चुनाव प्रचार की संभाल रही टीम इस व्यवस्था को लेकर को लेकर खासा नाराज़ है। टीम के मैनेजर बिल स्टेपाइन (Bill stepin) ने नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए खत लिखा और कहा कि बहस के दौरान म्यूट बटन का इस्तेमाल नाज़ायज है। राष्ट्रपति पद के लिए खड़े हो रहे उम्मीदवार की आवाज़ को इस तरह दबाया नहीं जा सकता है। माइक लाइन ऑफ करने के बावजूद अगर दोनों प्रत्याशियों में से कोई बोलता है, तो इस पर कैसे लगाम कसी जा सकेगी? फिलहाल इस मसले पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से किसी तरह की कोई औपचारिक प्रतिक्रिया (Formal response) सामने नहीं आयी।