क्या ये महाशय तय कर सकते है कि भारत वास्तव में है क्या ? मैं उनसे और दूसरों से गुज़ारिश करता हूँ कि संविधान की प्रस्तावना बारीकी से पढ़े और फिर बताये कि देश को क्या नुकसान पहुँचा है। अगर वो याद रखने मे नाकाम रहे तो, मैं चाहता हूँ कि वो एक नज़र यहाँ डाले, कुछ हैशटैगस् पर हर मिनट, हर सेकेंड देश में बहुत कुछ टूट रहा है।
#WE, THE PEOPLE OF INDIA, having solemnly resolved to constitute India into a #SOVEREIGN #SOCIALIST, #SECULAR #DEMOCRATIC #REPUBLIC, and to secure to all its citizens
#JUSTICE, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक; #LIBERTY विचारों की, अभिव्यक्ति की, आस्था की, विश्वास की और धार्मिक पद्धतियों की #EQUALITY स्थिति और अवसरों की और साथ ही उन सभी को बढ़ावा देने की जरूरत है
#FRATERNITY आमजन की गारिमा और देश की एकता और अखंडता सुनिश्चित करेगी। अब गेंद न्यायपालिका के पाले में है। जो ये मानती है कि जीवन में माँ और मातृभूमि से बढ़कर कुछ भी नहीं है। तो बदलाव लाइये। नपुंसक मत बनो। वरना आने वाली नस्लें आपको बद्दुआ देगी।