स्पोर्ट्स डेस्क (नरसिम्हन नायर): टोक्यो ओलपिंक (Tokyo Olympics) के लिये क्वालिफाइ कर चुके जेवेलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने शनिवार (26 जून 2021) को फिनलैंड में कुओर्टेन खेल प्रतियोगिता के दौरान कांस्य पदक जीता। आधिकारिक ओलंपिक वेबसाइट के मुताबिक नीरज चोपड़ा की परफॉर्मेंस के कारण विश्व के नंबर एक और 2017 के विश्व चैंपियन जर्मनी जोहान्स वेटर और त्रिनिदाद और टोबैगो के केशोर्न वालकॉट पीछे रहे।
नीरज चोपड़ा ने अपने पहले थ्रो में 83.12 मीटर फेंका और दूसरे प्रयास में इसे 86.79 मीटर तक बढ़ाया। भारतीय के बाकी चार थ्रो फ़ाउल रहे लेकिन उन्होंने कांस्य के लिये विश्व चैंपियन ग्रेनाडा (83.46 मीटर) के एंडरसन पीटर्स को पछाड़ने के लिए काफी कुछ किया।
जोहान्स वेटर ने 93.59 मीटर थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि वाल्कोट के रजत जीतने के प्रयास ने 89.12 मीटर जैवेलिन थ्रो किया। इस सीज़न में दो बार के ओलंपिक पदक विजेता का ये सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। टोक्यो 2020 पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में वेटर और वालकॉट (Waiter And Walcott) दोनों स्वर्ण पद के बड़े दावेदार हो सकते है।
नीरज चोपड़ा यूरोप में बैक टू बैक गोल्ड मेडल के दम पर कुओर्टाने मीट में आये। उनकी पहली बेहतरीन परफॉर्मेंस 83.18 मीटर थ्रो के साथ पुर्तगाल में सिडडे डी लिस्बोआ में थू और दूसरी स्वीडन में फोल्क्सम ग्रां प्री (Folxum Grand Prix) के कार्लस्टेड लेग में 80.96 मीटर के साथ थी।
हालांकि नीरज ने फिनलैंड (Finland) में स्वर्ण पदक नहीं जीता लेकिन उन्होंने अपने अब तक के यूरोपीय दौरे में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। हालांकि ये दूरी मार्च में तीसरे भारतीय ग्रां प्री में उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 88.07 मीटर राष्ट्रीय रिकॉर्ड से कम थी।