Maharashtra के भंडारा में दुखद घटना, 10 नवजात बच्चे ज़िंदा जले

न्यूज़ डेस्क (शौर्य यादव): महाराष्ट्र (Maharashtra) के भंडारा में जिला अस्पताल में वॉर्मर में शॉट सर्किट के चलते लगी आग के कारण 10 नवज़ात बच्चों को दर्दनाक मौत हो गयी है। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक मरने वाले बच्चों की उम्र एक दिन से 3 महीने के बीच है। बचाव अभियान के दौरान 7 बच्चों को सकुशल बचा लिया गया। ये घटना Sick Neonatal Intensive Care Unit में हुई। जहां आमतौर पर बेहद कमजोर और प्रीमेच्योर डिलीवरी वाले बच्चों (Children with premature delivery) का इलाज़ होता है। आग देर रात 2 बजे लगी। मामले का संज्ञान लेते हुए सीएम उद्धव ठाकरे ने स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे बात कर जांच के आदेश दे दिया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जिले के डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट और एसपी से भी बात की। हादसे को लेकर कई बड़े नेताओं में मामले पर शोक जताया।

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने हादसे में जान गंवाने वाले नवज़ातों को 5-5 लाख रूपये के फौरी मुआवज़े की बात कही।

पीएम मोदी ने ट्विट कर लिखा कि- महाराष्ट्र के भंडारा जिले से हृदय विदारक घटना सामने आयी। जहां हमने अपने कई अनमोल नवज़ातों का खो दिया। मेरी आत्मिक संवेदनायें शोकाकुल परिवार के साथ है। उम्मीद करता हूँ हादसे में घायल बच्चे जल्द ही स्वस्थ हो।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए ट्विट कर लिखा कि- महाराष्ट्र के भंडारा ज़िला अस्पताल में आग लगने का हादसा काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं अपने दुख को शब्दों में बयां नहीं कर सकता। हादसे में बच्चे गंवाने वालें शोकाकुल परिवारों के प्रति मेरी तरफ से शोक संवेदनायें। भगवान से प्रार्थना करता हूँ, इस दुखद हादसे में उन्हें ताकत और सहनशक्ति दे।

मामले पर राहुल गांधी ने ट्विट कर लिखा कि- आग लगने की त्रासदी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हादसे में नवजातों को खोने वाले परिवार के प्रति मेरी तरफ से शोक संवेदनायें। मैं महाराष्ट्र सरकार से अपील करता हूँ कि मृतक नवज़ातों और घायल बच्चों के परिवार वालों को हर संभव मदद तुरन्त मुहैया करवायी जाये।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने हादसे पर दुख और शोक जताते हुए, प्रदेश सरकार से मामले में निष्पक्ष और त्वरित जांच करने की बात कही। साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई करने की अपील की।

ट्रैडीं न्यूज के सूत्रों के मुताबिक हादसे के सबसे पहले भनक Sick Neonatal Intensive Care Unit में नाइट ड्यूटी पर तैनात नर्स को लगी। जब नर्स ने दरवाज़ा खोला तो पूरे वॉर्ड में हर तरफ धुंआ फैला हुआ था। जिसके बाद उसने तुरन्त ड्यूटी पर मौजूदा वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी। आनन-फानन में फायर ब्रिगेड को इसकी सूचना दी गयी। जिसके बाद बचाव और राहत अभियान शुरू हो पाया। फायर ब्रिगेड के पहुँचने से पहले ही 10 बच्चे दम घुटने के कारण दमतोड़ चुके थे। वक्त रहते 7 बच्चों को बचा लिया गया। प्रथम दृष्टया आग लगने का कारण वॉर्मर में शॉट सर्किट (Shot circuit in warmer) को बताया जा रहा है। जांच पड़ताल के बाद ही पुख़्ता कारणों का खुलासा हो पायेगा।

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