न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): देशभर में फंसे लोगों को घर पहुंचाने के लिए रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) 1 जून से बड़ी राहत देने जा रहा है। वायरस इन्फेक्शन (Virus infection) और लॉक डाउन के बीच तकरीबन 200 ट्रेनें परियों पर उतरने जा रही हैं। फिलहाल इनकी बुकिंग शुरू हो चुकी है। मौजूदा वक्त में रेलवे सिर्फ श्रमिक स्पेशल और नॉन एसी स्पेशल ट्रेन चला रहा है। इसके लिए रेलवे मंत्रालय ने उच्च स्तरीय बैठक कर आला अधिकारियों को ऑपरेशनशंस प्रोटोकॉल (Operations protocol) तैयार करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। बेहतर परिचालन के लिए जीआरपी और आरपीएफ (GRP and RPF) को सुरक्षा सहित अन्य जिम्मेदारियां भी सौंपी गई है। रेल मंत्रालय की गाइडलाइंस के मुताबिक इन ट्रेनों की बुकिंग ऑनलाइन होगी। टिकट काउंटर, यूटीएस टिकटिंग और प्लेटफॉर्म टिकट सेवाएं पहले की तरह स्थगित रहेंगी। 1 जून से चलने वाली इन ट्रेनों में एसी, गैर एसी और अनारक्षित टिकट बुक करने की सुविधा होगी।
लॉक डाउन के हालातों को देखते हुए रेलवे यात्रियों को लाने ले जाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं (Alternative arrangements) भी कर रहा है। इसके तहत छोटे रूट्स पर राजधानी ट्रेन (Rajdhani Train) चलाना और दूसरे ट्रेनों के परिचालन गंभीरता से विचार किया जा रहा है। रेल मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक जून महीने से रेलवे ज्यादा से ज्यादा ट्रेन चलाने और भीड़-भाड़ वाले रूट्स कवर करने पर जोर देगा। मंत्रालय की ओर से नियमित अंतराल (Regular intervals) पर रूट्स एक्सटेंशन, ट्रेन फ्रिक्वेंसी में बढ़ोतरी (Routes Extension, Increase in Train Frequency) और दूसरी अन्य सुविधाओं पर ढील देने के लिए समीक्षा बैठक (Review meeting) की जायेगी। तयशुदा मानदंडों (Default criteria) को पूरा करने के बाद रेल मंत्रालय पूरी तरह से ट्रेनों के संचालन को नियमित अनुमति दे सकता है।
इस मसले को लेकर ट्विटर पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा- रेल मंत्रालय 1 जून से 200 ट्रेनों के संचालन को अनुमति दे रहा है। सभी ट्रेनें निर्धारित टाइम टेबल (Set time table) से चलेंगी। रेल मंत्रालय की इस कवायद से उन लोगों को काफी मदद मिलेगी जो अपने घरों से दूर देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं। फिलहाल जिन ट्रेनों को चलाया जा रहा है, उनसे राज्यों की राजधानियों को जोड़ने पर जोर दिया जाएगा। लेकिन कई बड़े शहरों को रेल यातायात से जोड़ने में अभी समय है। जिस तरह से देश के कई राज्य लॉक डाउन में रियायत बरत रहे हैं, उसके मद्देनजर रेलवे पर लोगों को गंतव्य (Destination) तक छोड़ने का भारी दबाव बन रहा है। रेल मंत्रालय के अधिकारियों ने रेल के बेहतर यातायात को सुनिश्चित करने के साथ ही, यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन हो इसके लिए भी ड्राफ्ट तैयार कर रहे हैं। हालात को देखते हुए रेलवे बोर्ड (Railway board) समय-समय पर स्थिति की समीक्षा से जुड़ी बैठकें करेगा।