क्या कभी कानून के रखवालों और टैक्स से जुड़ी एजेंसियों ने इस ओर सोचने की ज़हमत उठायी है कि नकदी के रूप में अरबों का काला धन कैसे एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाया जाता है ? सभी बड़े कॉरपोरेट्स के पास अपने खुद के एयरक्राफ्ट हैं और जिनके पास नहीं है, वे थर्ड पार्टी से लीज पर लेते हैं। भारी मात्रा में नकदी इधर से उधर करने में एयरपोर्ट पर ग्राउण्ड़ हैण्ड़लिंग से लेकर वहाँ की व्यवस्था से जुड़ी एजेन्सियों के साथ साठगांठ की जाती है। जब तक दिल्ली में प्रवर्तन से जुड़ी एजेन्सियां छापेमारी के लिए धर-पकड़ शुरू करती है, तब तक ये काला धन भारत के दूसरे हिस्सों में या फिर विदेशों में आसमान के रास्ते होता हुआ पहुँच जाता है। क्या एन्फोर्समेंट से जुड़े लोगों ने इस ओर कभी सोच या फिर इसे रोकने की कोई कवायद पर कोई काम किया ? जव़ाब अगर ना है तो किस चीज़ का इंतज़ार किया जा रहा है। तो चलिये शुरू हो जाइये आपके काम करने का वक़्त आ चुका है। मेरा ऐतबार कीजिए, ये वाकई एक बड़ा ऑप्रेशन साबित होने वाला है। इस कवायद का नतीज़ा एक बड़े घोटाले पर आकर थमेगा, जो कि अरबों का घोटाला भी हो सकता है।
नोट: देश का खून चूसने वाली इन जोकों को शांत करने के लिए किसी भी जरूरी मदद का राष्ट्र के हित में स्वागत किया जायेगा।