टॉन्सिल (Tonsils) गले के खाने के रास्ते के दोनों तरफ मांस की गांठ सी होती है जिसे हम टॉन्सिल कहते हैं। इनमें पैदा होने वाली सूजन को टॉन्सिलाइटिस (Tonsillitis)/ टॉन्सिल जाता कहा है। इसमें गले में बहुत दर्द होता है तथा खाने का स्वाद भी पता नहीं चलता है। चावल, ज्यादा ठन्डे ड्रिंक का इस्तेमाल, मैदा तथा ज्यादा खट्टी चीज़ों को खाना पान में शामिल करना इसकी अहम वज़ह है।
इसमें अम्ल (गैस) बढ़ जाती है जिससे कब्ज़ हो जाती है। सर्दी लगने से मौसम के अचानक बदल जाने से, जैसे गर्म से अचानक ठंडा हो जाना तथा दूषित वातावरण में रहने से भी कई बार टॉन्सिल बढ़ जाते हैं। इसके होते ही ठण्ड लगने के साथ बुखार (Fever) भी आ जाता है, गले पर दर्द के मारे हाथ नहीं रखा जाता और थूक निगलने में भी परेशानी होती है।
टॉन्सिल के शानदार और कारगर नेचुरल ट्रीटमेंट
(1)- गर्म (गुनगुने) पानी में एक चम्मच सेंधा नमक (Rock Salt) डालकर गरारे करने से गले की सूजन में काफी फायदा होता है।
(2)- दालचीनी (Cinnamon) को पीस कर चूर्ण बना लें। चुटकी भर चूर्ण लेकर शहद में मिलाकर रोजाना 3 बार चाटने से टॉन्सिल से खासा लाभ होता है। तुलसी की मंजरी के चूर्ण का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
(3)- एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवायन (Oregano) डालकर उबाल लें। इस पानी से गरारे और कु्ल्ला करने से टॉन्सिल में आराम मिलता है।
(4)- दो चुटकी पिसी हुई हल्दी, आधी चुटकी पिसी हुई काली मिर्च (Black pepper) और एक चम्म्च अदरक के रस को मिलाकर आग पर गर्म कर लें और फिर शहद (Honey) में मिलाकर रात को सोते समय लेने से पहले ले दो दिन में ही टॉन्सिल की सूजन दूर हो जाती है।
(5)- टॉन्सिल होने पर सिंघाड़े को पानी में उबालकर उसके पानी से कुल्ला करने से आराम होता है। खाने में बिना नमक की उबली हुई सब्ज़ियाँ खाने से टॉन्सिल में जल्दी आराम आ जाता है। मिर्च-मसाले, ज्यादा तेल की सब्ज़ी, खट्टी और ठंडी चीज़े इस दौरान नहीं खानी चाहिये। इस बात का खास ध्यान रखे कि गर्म खाना खाने के बाद ठंडे चीज़े एकाएक ना खाये और ना ही पियें।