एजेंसियां/न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): हाल ही में अमेरिका (US) में रूसी राजदूत अनातोली एंटोनोव (Russian Ambassador Anatoly Antonov) ने खुलासा किया कि 27 रूसी राजनयिक आने वाली 30 जनवरी तक अमेरिकी सरजमीं छोड़ देगें। एंटोनोव ने सोलोविएव लाइव यूट्यूब शो में कहा कि, “हमारे राजनयिकों को बाहर किया जा रहा है। 30 जनवरी को 27 रूसी राजनयिक अपने परिवारों समेत अमेरिका छोड़ देंगे। इसी तर्ज पर 30 जून 2022 को [राजनयिकों के] इतने ही लोग फिर से अमेरिका से चले जाएंगे।”
उन्होंने जिक्र किया कि कई रूसी राजनयिकों के बीच पारिवारिक संबंधों (खासतौर से पति-पत्नी) की अमेरिकी मान्यता (American Accreditation) को खत्म कर दिया गया है, जबकि उनके बच्चों को वीजा नहीं मिल पाता है। रूसी राजदूत ने आगे दावा किया कि संयुक्त राज्य अमेरिका को लेकर क्रेमलिन का नज़रिया बेहद साफ है, क्योंकि वाशिंगटन (Washington) सिर्फ उन मुद्दों पर चर्चा करना चाहता है जो उनसे सीधे तौर पर जुड़े हुए है।
एंटोनोव ने आगे कहा कि, "अमेरिकी प्रशासन (US Administration) ने हमें लेकर अपने नकारात्मक रवैये को नहीं बदला है। हमें अभी भी अमेरिकी सरजमीं पर विरोधियों के तौर पर देखा जाता है। वे हमसे सिर्फ उन मुद्दों पर बात करने की कोशिश कर रहे हैं जो संयुक्त राज्य अमेरिकी हित में हैं।"
एंटोनोव ने नाटो को लेकर कहा कि-रूस की ताकत का परीक्षण अमेरिका के लिये खतरनाक होगा, क्योंकि मास्को नाटो (NATO) की कुव्वत से डरता नहीं है और हम मुंहतोड़ जवाब देने की पूरी काबिलियत रखते है। हो सकता है कि वाशिंगटन हमारे खिलाफ कुछ हताश यूक्रेनाई लोगों का गुट (Desperate Ukrainians) खड़ा कर सकता है। हमारे सब्र का इंतिहान ना लिया जाये। अगर अमेरिका को लगता है कि मास्को को नाटो का डर है तो वो इस बात को दिमाग से निकाल दे। हम माकूल ज़वाब देने की पूरी ताकत रखते है।