न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) ने भारत में कानूनी संरक्षण खो दिया है, सूत्रों ने कहा कि कंपनी ने नए IT नियमों का पालन नहीं किया। सूत्रों के मुताबिक ट्विटर को अब अन्य प्रकाशकों की तरह दंडात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
सूत्रों ने कहा कि ट्विटर ने गाजियाबाद (Ghaziabad) हमले के मामले से जुड़ी भ्रामक सामग्री के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, जिसमें एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि भीड़ ने उसके साथ मारपीट की, उसकी दाढ़ी काट दी गई और उसे जय श्री राम (Jai Shree Ram) का जाप करने के लिए मजबूर किया गया।
हालांकि गाजियाबाद पुलिस ने किसी भी तरह के सांप्रदायिक एंगल से इनकार किया है। पुलिस के अनुसार, सूफी अब्दुल समद के रूप में पहचाने जाने वाले व्यक्ति पर छह लोगों के एक समूह ने हमला किया था, जो उसके द्वारा बेचे गए ताबीज से नाखुश थे।
सूत्रों ने कहा कि ट्विटर ने वीडियो को हेरफेर करने वाले मीडिया के रूप में चिह्नित नहीं किया और इसलिए, वह "दंडात्मक कार्रवाई के लिए उत्तरदायी" हैं। विशेष रूप से, ट्विटर एकमात्र ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसने पिछले महीने लागू हुए नए आईटी नियमों का पालन नहीं किया है।
पिछले हफ्ते, सरकार ने नए आईटी नियमों (IT Rules) का पालन करने के लिए ट्विटर को एक आखिरी मौका दिया था, क्योंकि माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने 26 मई को लागू हुए नए दिशानिर्देशों के तहत अनिवार्य प्रमुख कर्मियों की तत्काल नियुक्ति नहीं की थी।