न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): यूपी एटीएस (UP ATS) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अलकायदा के दो दहशतगर्दों को गिरफ्त में ले लिया। खुफिया जानकारी के आधार पर उत्तर प्रदेश एटीएस ने काकोरी के दुबग्गा मैंगो बेल्ट इलाके में इस कार्रवाई को अंज़ाम दिया। संदिग्ध मकान को एटीएस कमांड़ों ने अपनी गिरफ्त में लिया और सशस्त्र आंतकियों को पकड़ लिया। पकड़े गये दोनों ही आंतकी प्रशिक्षित है, उन्हें बम बनाने और डेटोनेट (Detonate) करने की पूरी ट्रेनिंग हासिल है।
शुरूआती जांच में सामने आया कि दोनों की योजना एक सासंद सहित कुछ भाजपा नेताओं को बम विस्फोट कर मारने की थी। छापेमारी के बाद हुई बरामदगी में इनके पास से भारी तादाद में बम बनाने का सामान जब़्त किया गया है। जिस मकान में ये लोग ठहरे थे, वहां से प्रेशर कुकर बम और टाइम बम बरामद किया गया है।
मौके पर पहुंचे बम निरोधक दस्ते ने बमों को पूरी तरह निष्क्रिय कर दिया। काकोरी रिंग रोड पर बने मकान को उत्तर प्रदेश के एटीएस ने तीन तरफ से घेरा डाल कार्रवाई करने से पहले आसपास के इलाकों को खाली करा लिया गया। इस ऑपरेशन में एटीएस के करीब दर्जन भर से ज्यादा कमांडो शामिल थे।
इंस्पेक्टर जनरल एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड (Anti Terrorist Squad) डॉ.जीके गोस्वामी ने मीडिया को बताया कि इस कवायद के दौरान बम और असलहा मिला है आतंकियों से पूछताछ करने के साथ-साथ एटीएस में आसपास के घरों की तलाशी भी ले रही है। हमारा मानना है कि आसपास उनके कई और साथी भी हो सकते हैं। करीब आठ किलो बम बनाने के सामान से लगता है कि आंतकी बड़ी वारदात को अंज़ाम देने की फिराक में थे।
स्थानीय पुलिस आसपास के लोगों से काफी सरगर्मी से पूछताछ भी कर रही है। पुलिस का पता लगा है कि आंतकी जिस मकान में रह रहे थे, वो मलीहाबाद के शाहिद का है जो कि बीते 15 सालों से इसी इलाके में रह रहा था। यूपी एटीएस को कई इंटरसेप्ट मैसेज (Intercept Message) मिले थे जिसके बाद इस कार्रवाई को अंज़ाम दिया गया। आंतकी गिरफ्तारी और छापेमारी की कार्रवाई से इलाके लोग काफी सन्न है।