न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी की भयानक हत्या (Udaipur Tailor Beheading) ने बड़े राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है। मरने वाले की शिनाख़्त कन्हैया लाल साहू (Kanhaiya Lal Sahu) के तौर पर हुई है। इस हत्या के लिये भाजपा ने राजस्थान सरकार (Government of Rajasthan) की “तुष्टिकरण की नीति” को जिम्मेदार ठहराया। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से इस हिंसा मामले पर बयान देने की मांग की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, आम आदमी प्रमुख अरविंद केजरीवाल, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने लोगों से शांति और सांप्रदायिक सौहार्द बनाये रखने की अपील की।
अब जाने मामले पर किसने क्या कहा
वरिष्ठ भाजपा नेता वसुंधरा राजे (Senior BJP leader Vasundhara Raje) ने हत्या के लिये अशोक गहलोत सरकार की “उकसाने और तुष्टिकरण की नीतियों” को जिम्मेदार ठहराया। उन्होनें कहा कि- “उदयपुर में निर्दोष युवक की निर्मम हत्या से ये साफ हो गया कि राज्य सरकार के उकसाने और तुष्टिकरण से अपराधियों का मनोबल ऊंचा हुआ है। राज्य सरकार की इस नीति की वज़ह से राज्य में सांप्रदायिक उन्माद फैला और हिंसा हुई। इस घटना के पीछे उन लोगों और कथित इस्लामी संगठनों का पर्दाफाश किया जाना चाहिये।
अशोक गहलोत ने घटना को दुखद और शर्मनाक बताया। उन्होंने दावा किया कि देश जिसे तनाव का माहौल कहा रहा हैं, ये घटना उसी की चपेट में आकर हुई है। उन्होंने कहा कि, “प्रधानमंत्री और अमित शाह (Amit Shah) इस मामले पर देश को संबोधित क्यों नहीं करते? लोगों में तनाव है। पीएम को जनता को संबोधित करना चाहिये। उन्हें कहना चाहिये कि इस तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जायेगी और हम सभी से शांति की अपील करते है”
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि वो इस वारदात से परेशान हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि, “धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती। जिन्होंने राक्षसी कृत्य को अंजाम देकर आतंक फैलाने की कोशिश की, उन्हें कड़ी सजा दी जानी चाहिये। हमें नफरत को हराने की जरूरत है। मैं जनता से शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाये रखने की अपील करता हूं।”
अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि- उदयपुर में जो हुआ वो नाकाबिले बर्दाश्त था। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, “इस क्रूरता की सभ्य समाज में कोई जगह नहीं है। हम इस घटना की निंदा करते हैं। इस कृत्य के पीछे लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”
मामले पर ओवैसी (AIMIM leader Asaduddin Owaisi) की भी प्रतिक्रिया सामने आयी, उन्होनें ट्विट कर लिखा कि- “मैं उदयपुर राजस्थान में हुई हत्या की निंदा करता हूं। इसके कोई मायने नहीं हो सकते। हमारी पार्टी का लगातार पक्ष इस तरह की हिंसा का विरोध करना है। कोई भी कानून अपने हाथ में नहीं ले सकता है। हम मांग करते हैं कि राज्य सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करे”
अखिलेश यादव (SP supremo Akhilesh Yadav) ने कहा कि देश को नफरत से तबाह होने से बचाने के लिये पूरे समाज को एक साथ आना होगा।
बता दे कि हमलावार रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद (Riyaz Akhtari and Ghaus Mohammad) ग्राहक बनकर कथित तौर पर कन्हैया लाल पर हमला किया, जब वो उनका माप ले रहे थे। अख्तरी ने कथित तौर पर लाल की हत्या की जबकि गौस मोहम्मद ने वारदात का वीडियो बनाया। बाद में दोनों ने सोशल मीडिया पर कई वीडियो पोस्ट किये जिसमें उन्होंने दावा किया कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिये कन्हैया लाल साहू की हत्या की थी। साथ ही दोनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकाया।
गौरतलब है कि कन्हैया लाल को हाल ही में निलंबित भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा (Suspended BJP spokesperson Nupur Sharma) के समर्थन में सोशल मीडिया पर कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 15 जून को उसने स्थानीय पुलिस को बताया कि उसे धमकी भरे फोन आ रहे हैं। वो जमानत पर बाहर था।
सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिये राजस्थान प्रशासन (Rajasthan Administration) ने 24 घंटे के लिये इंटरनेट बंद कर दिया है। साथ ही प्रशासन ने एक महीने के लिये धारा 144 भी लगा दी। फिलहाल शहर में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस बीच केंद्र सरकार ने अपराध के आतंकी एंगल की जांच के लिये मौके पर एनआईए (NIA) की एक टीम भेजी है।