एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): जर्मन समाचार आउटलेट डेर स्पीगल की मंगलवार (24 जनवरी 2023) शाम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जर्मनी अपने लैपर्ड-2 टैंकों को यूक्रेन (Ukraine) भेजने के लिये तैयार है। रिपोर्ट के अनुसार ये फैसला महीनों चली बहस के बाद लिया गया है, और रूस (Russia) के खिलाफ यूक्रेन के युद्ध के प्रयासों को मजबूत करने में मदद करेगा। इस बीच उम्मीद है कि अमेरिका आज (25 जनवरी 2023) को यूक्रेन में अपने भारी टैंक भेजने की घोषणा करेगा।
जर्मन संसद (German Parliament) में आज सुबह इस मामले पर बहस हुई। अगर इस मामले पर कोई आधिकारिक फैसला लिया जाता है तो ये कीव (Kyiv) के लिये पश्चिम के समर्थन से मिला ऐतिहासिक लम्हा होगा। खासतौर से इस मामले को लेकर बर्लिन (Berlin) अपने कई नाटो समर्थकों के दबाव में रहा है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) जो कि आज को 45 साल के हो गये, ने पहले पांच से ज्यादा सहयोगी देशों से 15 से ज्यादा आधुनिक टैंकों के साथ अपनी सेना मुहैया करवाने की गुज़ारिश की थी। ज़ेलेंस्की ने अपने वीडियो संबोधन में कहा कि, “चर्चा को फैसलों के साथ खत्म किया जाना चाहिये। आतंकवादियों (रूस) के खिलाफ हमारी रक्षा को असल में मजबूत करने पर फैसले पर हमें सहयोगियों से टैंकों की दरकार है।”
बता दे कि जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ (German Chancellor Olaf Scholz) ने कथित तौर पर यूक्रेन को लैपर्ड 2 टैंक भेजने का फैसला किया है, उन्होंने पोलैंड जैसे अन्य देशों को भी ऐसा करने की मंजूरी दी है।
इस बीच कीव के गुजारिश को मंजूर करने के खिलाफ बहस के कुछ ही दिनों बाद वाशिंगटन (Washington) यूक्रेन को एम 1 अब्राम्स युद्धक टैंक भेजने की प्रक्रिया शुरू करने के लिये पूरी तरह तैयार दिख रहा है, दो अमेरिकी अधिकारियों ने मंगलवार (24 जनवरी 2023) को रॉयटर्स को बताया कि आने वाले महीनों में अमेरिका कुल मिलाकर लगभग 30 टैंक भेज सकता है।
जर्मनी ने इससे पहले इशारा किया था कि वो अपना लेपर्ड टैंक तब तक नहीं भेजेगा जब तक कि अमेरिका भी अपने एम1 अब्राम टैंक भेजने के लिये सहमत नहीं हो जाता है।
जर्मनी लेपर्ड 2 ए 6 टैंकों की कम से कम एक कंपनी की सप्लाई करने की योजना बना रहा था, जिसमें आमतौर पर 14 टैंक शामिल होते है। स्कैंडिनेविया (Scandinavia) में अन्य सहयोगी देश भी कीव को अपने लेपर्ड टैंक की सप्लाई करने में जर्मनी को फॉलो करेगें।
हालांकि न तो बर्लिन और न ही वाशिंगटन ने इस मामले की पुष्टि की है, लेकिन यूक्रेन के अधिकारियों ने इस फैसले की तारीफ की है। ज़ेलेंस्की के प्रशासन के प्रमुख एंड्री एर्मक ने टेलीग्राम पर लिखा कि, “हमारे टैंक क्रू के लिये कुछ सौ टैंक …. ये कवायद लोकतंत्र की असली पंचिंग मुट्ठी बनने जा रही है।”