न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): संयुक्त राष्ट्र (UN) ने पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT- Lashkar-e-Taiba) के नेता अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकवादी के तौर पर चिन्हित किया है। इसके साथ ही यूएन ने उससे जुड़ी संपत्तियों, यात्रा प्रतिबंध और हथियारों के व्यापार प्रतिबंधों का भी खुलासा किया है। भारत और अमेरिका (India and America) के संयुक्त प्रस्ताव पर चीन की ओर से अपनी पकड़ हटाने के बाद संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद समिति (United Nations Security Council Committee) ने अलकायदा (Al Qaeda) के आंतकी अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकवादियों की लिस्ट में डालने का फैसला किया।
बता दे कि अब्दुल रहमान मक्की (Abdul Rehman Makki) लश्कर-ए-तैयबा का उप सरगना है। इसके अलावा वो लश्कर की पॉलिटिकल विंग जमाद-उद-दावा (Jamaad-ud-Dawa) का इंचार्ज भी है। मक्की ने लश्कर-ए-तैयबा की इंटरनेशनल डिवीजन के डायरेक्टर पद पर भी काम किया है। वो जमात उद दावा/ लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज मुहम्मद सईद (Hafiz Muhammad Sayeed) का साला है और हाफिज अब्दुल्ला बहावलपुरी (Hafiz Abdullah Bahawalpuri) का बेटा है।
अब्दुल रहमान मक्की को भारत सरकार ने भी फरार आंतकी घोषित किया हुआ है। आतंकवादी भर्ती करने वाला और दहशतगर्दी के लिये फंडिंग करने वाले अब्दुल रहमान मक्की को घाटी के युवाओं को हिंसा के लिये कट्टरपंथी बनाने और भारत में खासतौर से जम्मू और कश्मीर में हमलों की साजिश रचने के लिये जाना जाता है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक मक्की लश्कर और जमात-उद-दावा में कार्यकारी पदों पर रह चुका है। हाफिज सईद के साथ मक्की भी भारत में कई बड़े हमलें करवा चुका है।
15 मई 2019 को पाकिस्तानी सरकार की ओर से हिरासत में लिये जाने के बाद मक्की को लाहौर (Lahore) में नजरबंद कर दिया गया था। मक्की को साल 2020 में आतंकवाद फैलाने का दोषी पाया गया था और एक पाकिस्तानी अदालत ने उसे जेल की सजा सुनायी थी।
अब्दुल रहमान मक्की के इशारे पर भारत में हुए लश्कर के ये बड़े हमले
लाल किले पर हमला: 22 दिसंबर 2000 को लश्कर-ए-तैयबा के छह आतंकवादियों ने लाल किले पर धावा बोल दिया और सुरक्षाकर्मियों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में दो जवानों समेत तीन लोगों की मौत हो गयी। आतंकियों हमले में राइफलमैन उमा शंकर (Rifleman Uma Shankar) मौके पर ही शहीद हो गये। हालांकि हीरो अशोक कुमार (Hero Ashok Kumar) का अस्पताल में निधन हो गया। इस हमले में अब्दुल्ला ठाकुर को भी शहादत मिली।
रामपुर हमला: 1 जनवरी 2008 को सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर लश्कर के पांच आतंकियों ने हमला किया। इस हमले में सीआरपीएफ के सात जवान और एक रिक्शा चालक की मौत हो गयी।
मुंबई में 26/11 का हमला: दस आतंकी अरब सागर (Arabian Sea) पार करके मुंबई में आ गये थे और मुंबई में कई जगहों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी थी। इस हमले में 175 लोगों की मौत हुई थी।
श्रीनगर में 12-13 फरवरी 2018 को लश्कर के आत्मघाती हमलावर ने करण नगर सीआरपीएफ कैंप पर हमला किया। हमले के दौरान एक सैनिक शहीद हो गया और एक पुलिस अधिकारी घायल हो गया।
30 मई 2018 को लश्कर-ए-तैयबा संगठन के आतंकियों ने बारामूला (Baramulla) में तीन स्थानीय लोगों की हत्या की।
14 जून 2018 को लश्कर के आतंकवादियों ने राइजिंग कश्मीर के संपादक सुजात बुखारी (Sujaat Bukhari, Editor of Rising Kashmir) और श्रीनगर में दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या की।
भारतीय सेना (Indian Army) के जवानों ने जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा (Bandipora) में लश्कर के आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। 7 अगस्त 2018 को हुए इस हमले में चार वीर जवान शहीद हो गये थे।