नई दिल्ली (गौरांग यदुवंशी): Union Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस समय वित्त वर्ष 2023-24 का बजट पेश कर रही हैं। अपने भाषण के दौरान उन्होंने कई बार ‘अमृत काल’ का जिक्र किया। सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) को ये कहा कहा कि, “अमृत काल में ये पहला बजट है, ये बजट पिछले बजट में रखी गयी नींव और India@100 के लिए रखे गये ब्लूप्रिंट पर निर्माण की उम्मीद करता है, हम एक समृद्ध और समावेशी भारत की कल्पना करते हैं, जिसके फलस्वरूप हमारी तेज विकास दर हासिल करेगें।
आखिर क्या है ‘अमृत काल’ जिसके जिक्र बजट भाषण में बार बार कर रही है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
‘अमृत काल’ का पहली बार इस्तेमाल प्रधानमंत्री (पीएम) नरेंद्र मोदी ने 2021 में 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान किया था। पीएम मोदी (PM Modi) ने अगले 25 सालों के लिये भारत के लिये एक नये रोडमैप का अनावरण करते हुए इस शब्द का इस्तेमाल किया। उस समय पीएम मोदी ने कहा था कि अमृत काल (Amrit Kaal) का उद्देश्य भारत के नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाना और गांवों और शहरों के बीच विकास के अंतर को कम करना है। इसका मकसद लोगों के जीवन में सरकार के दखल को कम करना और नवीनतम तकनीक का स्वागत करना भी है।
पीएम मोदी ने कहा, कि “जबकि भारत ने तेजी से प्रगति की है, विकास की ‘संतृप्ति’ होनी चाहिये और हर गांव में सड़क होने के साथ 100 प्रतिशत उपलब्धियां होनी चाहिये, हर परिवार के पास बैंक खाता, हर पात्र व्यक्ति के पास स्वास्थ्य बीमा, कार्ड और गैस कनेक्शन होना चाहिए”
अमृत काल ‘वैदिक ज्योतिष से उत्पन्न होता है और इसे उस महत्वपूर्ण समय के रूप में जाना जाता है जब स्वर्गदूतों और मनुष्यों के लिये ज्यादा से ज्यादा आनंद के द्वार खुलते हैं। कोई भी नया काम शुरू करने के लिये अमृत काल को सबसे शुभ मुहूर्त माना जाता है।