न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): बीते रविवार (13 जून 2021) को एक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी बोर्ड कक्षा 10 और कक्षा 12 की परीक्षा (UP Board Exams 2021) रद्द करने के संबंध अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि इस साल कक्षा 10 और कक्षा 12 के लिए कोई मेरिट सूची घोषित नहीं की जायेगी।
कोरोना महामारी के हालातों को केन्द्र में रखते हुए यूपी सरकार ने ये भी फैसला किया कि अगर कोविड-19 की स्थिति बेहतर होती है तो कक्षा 10 और कक्षा 12 के छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं में बैठने का उचित अवसर मुहैया करवाया जायेगा। इस साल कक्षा 10 और 12 के छात्रों को पिछली कक्षा और प्री-बोर्ड परीक्षा (Pre-Board Exam) में हासिल नंबरों के आधार पर अंक दिये जायेगें।
इस मामले पर माध्यमिक शिक्षा विभाग से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि, हम छात्रों को विकल्प दे रहे हैं कि अगर वो रद्द की गई परीक्षा के अंकों से संतुष्ट नहीं हैं तो बोर्ड उन्हें अगले साल एक्ज़ाम में बैठने की इज़ाजत देगा। हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं होंगी।
UP Board Exams 2021 के परिणाम अभी भी नहीं है तैयार
रद्द परीक्षाओं के मूल्यांकन मानदंड (Evaluation Criteria) पर अलग-अलग हितधारकों के साथ बैठक करने के लिए माध्यमिक शिक्षा की अतिरिक्त मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने यूपी बोर्ड 2021 एक विशेष समिति का गठन किया है। यूपी बोर्ड को कक्षा 10 और कक्षा 12 के नतीज़े जारी करने के लिये और परीक्षाओं की तैयारी के लिए तीन हजार से ज़्यादा सुझाव मिले है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद अभी 56 लाख छात्रों के परीक्षा नतीज़े तैयार नहीं कर पाया है।