UP Election: सीएम आदित्यनाथ ने पिछली सरकारों को लताड़ा, कहा पूर्वांचल में विकास की जमकर होती रही अनदेखी

न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly elections) से कुछ महीने पहले जहां एक ओर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 7 दिसंबर को गोरखपुर में 9600 करोड़ रुपये से ज़्यादा की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिये तैयार हैं, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने आज (5 दिसंबर 2021) पूर्वी उत्तर के विकास की अनदेखी के लिये पिछली सरकारों पर निशाना साधा। इस बारे में बात करते हुए सीएम आदित्यनाथ ने आगामी परियोजनाओं और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों के उनसे मिलने वाले लाभों के बारे में जानकारी दी।

उर्वरक संयंत्र, एम्स गोरखपुर और आईसीएमआर-क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी) उन प्रमुख परियोजनाओं में से हैं जिनका उद्घाटन सोमवार को पीएम मोदी गोरखपुर में करेंगे। इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि- 7 दिसंबर को पीएम मोदी गोरखपुर में 9,600 करोड़ रुपये से ज़्यादा की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। ये पूर्वी उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा निवेश है। प्रधानमंत्री गोरखपुर उर्वरक संयंत्र (Gorakhpur Fertilizer Plant) का उद्घाटन करेंगे। इससे किसानों को न सिर्फ यूरिया और उर्वरक उपलब्ध होंगे बल्कि ये रोजगार के अवसर भी बढ़ायेगें। पिछली सरकारों ने राज्य के इस इलाके के विकास के लिये काम नहीं किया।

आगे पीएम मोदी की तारीफ करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि "जो विपक्ष के लिये नामुमकिन था, मोदी जी ने उसे मुमकिन बनाया है। जो विपक्ष के लिए असंभव था, उसे मोदी जी ने संभव बनाया है” मुख्यमंत्री ने दावा किया कि चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में पिछले 40 वर्षों में 50 हजार बच्चों की मौत इंसेफेलाइटिस से हुई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में बच्चे यहां असमय मर जाते थे। उस समय की सरकारें प्रभावित लोगों के साथ सहानुभूति नहीं रखती थीं। पिछले 40 सालों में एन्सेफलाइटिस (Encephalitis) के कारण यहां 50,000 बच्चों की मौत हुई। उचित व्यवस्था नहीं थी। साल 2016 में पीएम मोदी एम्स गोरखपुर (AIIMS Gorakhpur) की आधारशिला रखी थी, अब ये बनकर तैयार है और पीएम मोदी इसका उद्घाटन करेंगे।"

सीएम आदित्यनाथ ने आगे कहा कि- 1977 में एन्सेफलाइटिस के रोगियों की पहचान की गयी थी। उन मरीज़ो के सैंपल्स नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे (National Institute of Virology Pune) भेजे गये थे। लंबे समय तक सैंपल्स एनआईवी पुणे या किसी अन्य राष्ट्रीय केंद्र में भेजे गये। अब आईसीएमआर का क्षेत्रीय केंद्र एनआईवी पुणे की तर्ज पर गोरखपुर में बनाया गया है। पीएम मोदी अब 7 दिसंबर को इसका उद्घाटन करेंगे।

बता दे कि पिछले महीने पीएम मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway) का उद्घाटन किया था, जिसे लगभग 22,500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनाया गया था। एक्सप्रेसवे जो 6-लेन चौड़ा है और भविष्य में 8-लेन तक बढ़ाया जा सकता है, अब ये उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए तैयार है, खासतौर से लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर जिलों में।

341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (एनएच-731) पर स्थित ग्राम चौदसराय जिला लखनऊ से शुरू होता है और उत्तर प्रदेश-बिहार सीमा से 18 किलोमीटर पहले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर गांव हैदरिया पर खत्म होता है।

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