न्यूज डेस्क (मातंगी निगम): आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (UP Election 2022) के लिये समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन को अटकलों खारिज करते हुए भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ‘आजाद’ (Bhim Army Chief Chandrashekhar ‘Azad’) ने आज (15 जनवरी 2022) अखिलेश यादव की ‘दलित वोट बैंक’ पर नज़र रखने के लिए आलोचना की, आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री अपनी पार्टी में दलितों को नहीं चाहते हैं। आजाद ने कहा कि पिछले छह महीने में उन्होंने यादव के साथ कई बैठकें की हैं।
लखनऊ में मीडिया बातचीत करते हुए उन्होनें कहा कि, “सभी चर्चाओं के बाद आखिर में मुझे लगा कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) इस गठबंधन में दलितों को नहीं चाहते, उन्हें सिर्फ दलित वोट बैंक (Dalit vote bank) चाहिये। वो सिर्फ दलितों का वोट चाहते है पर वो दलित को नेता नहीं बनाना चाहते। उन्होनें बहुजन समाज (Bahujan Samaj) के लोगों को अपमानित किया। मैंने 1 महीने 3 दिन तक लगातार कोशिश की लेकिन गठबंधन नहीं हो सका।
आजाद ने दावा किया कि उनकी आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) सपा के साथ गठबंधन नहीं करेगी। गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने आगामी राज्य चुनावों में सपा की सत्ता में वापसी की संभावनाओं को बढ़ाने के लिये कई छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन किया है।
आजाद ने आगे कहा कि पिछड़े वर्ग के नेता, दलित और अन्य लोग इस विश्वास के साथ यादव का समर्थन कर रहे हैं कि वो सामाजिक न्याय करेंगे। हालांकि मेरा मानना है कि अखिलेश यादव सामाजिक न्याय (Social Justice) का मतलब नहीं समझते हैं। ये सिर्फ शब्दों से नहीं होता है। दलितों पर हो रहे अत्याचारों पर उनकी चुप्पी से पता चलता है कि वो अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तरह व्यवहार कर रहे हैं। कल (14 जनवरी 2022) मुलाकात के बाद मैंने गठबंधन के फैसले की जिम्मेदारी यादव जी पर छोड़ दी थी कि, आप मेरे बड़े भाई हैं। मेरा मानना है कि उन्हें मुझे फोन करना चाहिए था। हमने तय किया है कि हम उनके साथ गठबंधन नहीं करेंगे।
बता दे कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव सात चरणों में 10 फरवरी से 7 मार्च तक होंगे। उत्तर प्रदेश में मतदान 10, 14, 20, 23, 27 फरवरी और 3-7 मार्च को होगा और मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।