न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): सूबे में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों (UP Panchyat Chunav 2021) की तैयारियों के बीच चुनावी प्रत्याशी जमकर सोशल डिस्टेसिंग और कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे है। ये कवायद पुलिस-प्रशासन के लिये परेशानी का सब़ब बन रही है। आज अम्बेडकर जिले में चुनावी प्रचार का आखिरी दिन है। ऐसे में सभी ग्राम प्रधान पद और बीडीसी पद के प्रत्याशियों ने चुनावी प्रचार में पूरी ताकत झोंक रखी है। ऐसे में चुनावी प्रत्याशियों और उनके समर्थक जाने अनजाने में कोरोना दिशा-निर्देशों को धत्ता बता रहे है। दिशा-निर्देशों को दरकिनार करने की हरकत करीब-करीब सभी भाजपा, सपा और बसपा समर्थित प्रत्याशियों के बीच देखी गयी। माना जा रहा है प्रत्याशियों की ये लापरवाही मतदाताओं पर भारी पड़ेगी। जो कि आगे सुपर स्प्रेडर (Super spreader) साबित हो सकती है।
इन्हीं चुनावी सरगर्मियों के बीच पूर्व दो ब्लॉक प्रमुखों के प्रस्तावकों ने अपना नाम वापस ले लिया है। जिले में ब्लॉक प्रमुख के पद को लेकर सबसे ज़्यादा गहमागहमी देखने को मिल रही है। ज़मीनी हालातों पर बसखारी ब्लॉक प्रमुख की सीट अनरिज़र्व है। इस दौरान पूर्व ब्लाक प्रमुख विजय वर्मा अपने वॉर्ड में अकेले ताल ठोंक रहे है, इलाके में उन्होनें निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख की दावेदारी पेश की। इसी क्रम नरेंद्र मोहन सिंह की पत्नी स्वर्णलता भी निर्विरोध (Uncontested) ब्लॉक प्रमुख के तौर पर मैदान में उतर चुकी है। माना जा रहा है कि दोनों की ज़मीनी दबदबे और रसूख के कारण इनके सामने कोई भी प्रत्याशी नहीं खड़ा हुआ है। निर्विरोध होकर होकर इन उम्मीदवारों ने कामयाबी की पहली मंजिल हासिल कर ली है। इसके साथ ही इन उम्मीदवारों ने अपने समर्थकों बीडीसी पद के दावेदारों को जीत दिलाने के लिये पूरा जोर लगा दिया है।