न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): Gorakhnath Temple Attack Case: उत्तर प्रदेश के गोरखनाथ मंदिर में तैनात पुलिस कर्मियों पर हमला किये जाने के एक दिन बाद यूपी पुलिस ने कहा कि ये हमला एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है और इसे “आतंकवादी घटना कहा जा सकता है”। पुलिस ने कहा कि गोरखपुर शहर के रहने वाले आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay) से ग्रेजुएट 29 वर्षीय अहमद मुर्तजा अब्बासी (Ahmed Murtaza Abbasi) ने यूपी के गोरखनाथ मंदिर में तैनात पीएसी के एक जवान पर धारदार हथियार से हमला किया।
पुलिस ने ये कहा कि अब्बासी ने धार्मिक नारे लगाते हुए और ज़बरन मंदिर परिसर में घुसने की कोशिश करते हुए पुलिसकर्मियों पर हमला किया। घटना में पीएसी के दो जवान गोपाल गौर और अनिल पासवान (Gopal Gaur and Anil Paswan) गंभीर रूप से घायल हो गये और उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
दर्ज एफआईआर के मुताबिक सिविल पुलिस कांस्टेबल अनुराग राजपूत (Constable Anurag Rajput) द्वारा हमले को नाकाम करने और गिरफ्तारी करने के बाद अब्बासी भी विवाद के दौरान घायल हो गया। अब्बासी के खिलाफ हत्या की कोशिश, दो धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी पैदा करने और आर्म्स एक्ट समेत आईपीसी की कई धाराओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गयी है।
सामने आ रही मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा है कि गोरखनाथ मंदिर पर हमला आतंकी साजिश का हिस्सा था। द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा है कि ये वारदात गंभीर साजिश का हिस्सा है और इकट्ठा किये गये सबूतों की बुनियाद पर इसे एक आतंकी घटना कहा जा सकता है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) गोरखनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी हैं, लेकिन घटना के समय वो मंदिर परिसर में मौजूद नहीं थे। कुमार ने ये भी कहा कि मंदिर में किसी तरह की कोई “सुरक्षा भंग” नहीं हुई।
जांच को अब उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) को सौंप दिया गया है, जो इस घटना की जांच कर रहा है। घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी का इंतजार है और मामले की जांच की जा रही है।
अब्बासी के पिता मुनीर अहमद (Munir Ahmed) ने घटना के बाद कहा था कि उनका बेटा कुछ सालों से दिमागी तौर पर ठीक नहीं चल रहा है और वो डिप्रेशन का “इलाज” करवा रहा था। अहमद ने कहा कि अब्बासी “आत्महत्या करना चाहता था” इसलिये वो हाई सिक्योरिटी वाले इलाके में गया।