एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (US Secretary of State Antony Blinken) अगले हफ़्ते भारत दौरे पर होगें। ब्लिंकन बाइडेन प्रशासन में दूसरे शीर्ष अधिकारी होगें जो कि नई दिल्ली के आधिकारिक दौरे पर होगें। इससे पहले संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा सचिव जनरल (सेवानिवृत्त) लॉयड जे. ऑस्टिन ने इस साल की शुरुआत में नई दिल्ली का दौरा किया और अपने समकक्ष के साथ बातचीत की। लॉयड जे. ऑस्टिन ने अपने दिल्ली दौरे के दौरान पीएम मोदी समेत कई शीर्ष भारतीय मंत्रियों और अधिकारियों से भी मुलाकात की थी।
ब्लिंकन विदेश मंत्री जयशंकर के साथ बातचीत करेंगे और भारतीय नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। ब्लिंकन, जयशंकर दोनों एक-दूसरे से पहले भी तीन बार मिल चुके हैं। दोनों की पहली मुलाकात लंदन में जी7 के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान हुई, फिर अमेरिकी द्विपक्षीय यात्रा (US bilateral visit) के दोनों समकक्षों मुलाकात हुई। तीसरी मुलाकात इटली में जी20 के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान हुई।
ब्लिंकन की ये यात्रा अपेक्षित रूप से अफगानिस्तान, इंडो पैसिफिक, क्वाड के मौजूदा हालातों पर केंद्रित है। बाइडेन प्रशासन भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान या क्वाड देशों की अगुवाई वाली बैठक की मेजबानी करने का व्यक्तिगत तौर पर इच्छुक है। माना जा रहा है कि पीएम मोदी मौजूदा कोविड-19 हालातों को देखते हुए वाशिंगटन का दौरा भी कर सकते है।
मध्य-पूर्वी एशिया में अफगानिस्तान की स्थिति एक चिंता का विषय बनी हुई है क्योंकि तालिबान (Taliban) लगातार अपने पांव पसार रहा है। इस मुद्दे पर दोनों पक्ष एक दूसरे के संपर्क में हैं। भारतीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने पिछले हफ्ते उज्बेकिस्तान में कनेक्टिविटी शिखर सम्मेलन (Connectivity Summit) के मौके पर उप एनएसए एलिजाबेथ शेरवुड-रान्डेल और अफगानिस्तान में तैनात विशेष अमेरिकी प्रतिनिधि जलमय खलीलजाद से मुलाकात की थी।