न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): सूत्रों के मुताबिक उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) ने इस्तीफे की पेशकश की है। सूत्रों ने कहा कि संवैधानिक संकट के कारण सीएम ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) को लिखे पत्र में अपने पद से हटने की पेशकश की है।
रावत ने शुक्रवार को भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा से तीन दिनों में दूसरी बार मुलाकात की और राजनीतिक स्थिति और 10 सितंबर से पहले राज्य विधानसभा के लिए उनके चुनाव की आवश्यकता पर चर्चा की।
नड्डा और रावत के बीच करीब 30 मिनट तक मुलाकात चली।
सूत्रों के मुताबिक नड्डा ने रावत को समझाया था कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 151 ने उनके विधानसभा चुनाव में बाधा उत्पन्न की है।
रावत, जो बुधवार देर रात नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मिले थे, वर्तमान में गढ़वाल लोकसभा सीट से सांसद हैं, और नियमों के अनुसार, उन्हें मुख्यमंत्री पद संभालने के छह महीने के भीतर एक निर्वाचित विधायक के रूप में शपथ लेने की आवश्यकता है। .
वर्तमान में, दो विधानसभा सीटें – हल्द्वानी (Haldwani) और गंगोत्री (Gangotri) – खाली पड़ी हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उपचुनाव समय सीमा से पहले होंगे या नहीं।
रावत ने कहा कि उपचुनाव कराने का फैसला चुनाव आयोग (election commission) करेगा और पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व जो भी फैसला करेगा उसका पालन करेंगे।