न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): पूरे उत्तराखंड (Uttarakhand) में पिछले 24 घंटों में बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में नौ लोगों की मौत होने की खब़रे सामने आ रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने हाल ही में हालातों का जायजा लिया और सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया। इन घटनाओं में एक शख़्स लापता है और करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गये।
केदारनाथ यात्रा के बेस कैंप गौरीकुंड (Gaurikund) में बुधवार (9 अगस्त 2023) तड़के लगातार बारिश के चलते भूस्खलन की चपेट में आने से दो भाई-बहनों की मौत हो गयी और तीसरा शख़्स बुरी तरह जख्मी हो गया। घटना के वक्त तीनों पीड़ित थे, ठीक उसी वक्त ज़मीन खिसकने से ये बड़ा हादसा हो गया। बता दे कि गौरीकुंड में पांच दिनों में ये दूसरा भूस्खलन था।
रुद्रप्रयाग जिला (Rudraprayag District) आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने कहा कि गौरीकुंड गांव में हेलीपैड के पास झोपड़ी पहाड़ी की चोटी से आये भूस्खलन की चपेट में आ गयी, जिससे एक ही परिवार के चार लोग मलबे में दब गये। उन्होंने बताया कि जानकी नाम की एक महिला मलबे से सुरक्षित बाहर निकल आयी जबकि उसके तीन बच्चे मलबे में दब गये।
वारदात की इत्तिला मिलने पर बचाव दल मौके पर पहुंचा और बच्चों को बाहर निकाला और उन्हें स्थानीय सरकारी अस्पताल ले गया। आठ साल की स्वीटी इस घटना में बच गयी और उसका इलाज चल रहा है। उसकी छोटी बहन 5 वर्षीय पिंकी और एक अन्य छोटे बच्चे को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। झोपड़ी में रहने वाला परिवार नेपाल का था, बच्चों के पिता सत्यराज मजदूर हैं, जो कि नेपाल (Nepal) स्थित अपने गांव गया हुआ था।
गौरीकुंड गांव की वो जगह वारदात वाली जगह से महज आधा किलोमीटर दूर है, जहां 4 अगस्त को हुए जमीन खिसकने से तीन लोगों की मौत हो गयी थी और 20 अन्य लापता हो गये थे। इसी क्रम में उत्तराखंड के पौड़ी जिले (Pauri District) में पिछले 24 घंटों में दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गयी और कई लोग घायल हो गये।
रेस्क्यू ऑप्रेशन की अगुवाई करने वाले राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के अधिकारी प्रवीण राठी ने मीडिया को बताया कि गुमखाल (Gumkhal) में एक कार के गहरी खाई में गिर जाने से पिता-पुत्र समेत चार लोगों की मौत हो गयी। हादसे के बाद एसडीआरएफ के जवान मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान चलाया। राठी ने कहा कि, टीम ने शुरुआत में रस्सी स्ट्रेचर की मदद से तीन लाशों को खाई से मेन सड़क तक निकाला।
दुर्घटना के बाद कार सवार एक अन्य व्यक्ति घंटों तक लापता रहा। हालांकि बाद में उसका लाश को बरामद कर लिया गया।
एसडीआरएफ अधिकारी ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त चंद्रमोहन सिंह बिष्ट (62 वर्षीय), उनके बेटे अतुल बिष्ट (35 वर्षीय) और अन्य दो लोग दिनेश सिंह (63 अन्य) और कमल बिष्ट (45 अन्य) के तौर पर हुई है। उन्होंने बताया कि चारों लोग गुमखाल बाजार से जयहरीखाल (Jaiharikhal) इलाके में स्थित अपने गांव देवडाली (Deodali) लौट रहे थे, तभी ये हादसा हुआ।
आपदा नियंत्रण कक्ष पौडी ने बताया कि जिले के कल्जीखाल ब्लॉक (Kaljikhal Block) में मुंडनेश्वर (Mundaneshwar) के पास इसी तरह की एक दुर्घटना में बुधवार (9 अगस्त 2023) दोपहर 2 बजे एक कार 80 मीटर गहरी खाई में गिर गयी, जिससे एक महिला की मौत हो गयी और पांच अन्य लोग बुरी तरह जख्मी हो गये।
सुबह करीब 8 बजे ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (Rishikesh-Yamunotri National Highway) पर बस के ऊपर चट्टान गिरने से बस में यात्रा कर रही एक महिला की मौत हो गयी और एक अन्य घायल हो गये। बस जानकीचट्टी (Janki Chatti) से बड़कोट आ रही थी।
उधम सिंह नगर जिले (Udham Singh Nagar District) के गदरपुर इलाके में एक शख्स के ऊपर पेड़ गिरने से उसकी मौत हो गयी। उसकी शिनाख्त 25 वर्षीय अक्षय के तौर पर हुई है।
इस बीच सीएम धामी ने सूबे बेहद ज्यादा हो रही बारिश का अपडेट लिया और सभी डीएम को अलर्ट मोड में रहने को कहा। उन्होंने सभी विभागों को आपस में कोर्डिनेशन बनाकर रखने को कहा ताकि आपदा के हालातों में फौरी कार्रवाई की जा सके।
उन्होंने रुद्रप्रयाग, पौडी, नैनीताल (Nainital) और उधम सिंह नगर के डीएम से फोन पर बात की और प्राकृतिक आपदा के मद्देनज़र संवेदनशील इलाकों में पैदा होने वाले किसी भी तरह के हालातों से निपटने के लिये प्रशासनिक व्यवस्था पहले से तैयार रखने को कहा।