न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): UttaraKhand Rains: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने लगातार दूसरे दिन कई जिलों में भारी बारिश को देखते हुए उत्तराखंड में रेड अलर्ट (Red alert) जारी किया। राज्य में बिगड़ते मौसम के बीच सरकार ने नागरिकों के लिये कुछ दिशा-निर्देश लागू करने का फैसला किया है।
उत्तराखंड में मौजूदा यात्रियों की सुरक्षा के लिए, राज्य सरकार ने चार धाम यात्रा को तब तक रोकने का फैसला किया है जब तक कि इलाके में मौसमी हालातों में सुधार नहीं होता। मौजूदा हालातों के बीच चार धाम तीर्थयात्रा और ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों के मंदिरों में श्रद्धालुओं के जाने पर फिलहाल के लिये पूरी तरह रोक लगा दी गयी है।
उत्तराखंड के जिला मजिस्ट्रेट मयूर दीक्षित (District Magistrate Mayur Dixit) ने फरमान जारी किया है कि यमुनोत्री (Yamunotri) की ओर जाने वाले तीर्थयात्रियों को बड़कोट और जानकीचट्टी में रोका जाये और जबकि गंगोत्री (Gangotri) की ओर जाने वालों को हरसिल, भटवारी और मनेरी में ठहरने के निर्देश दिये गये है।
केदारनाथ और बद्रीनाथ (Kedarnath and Badrinath) जाने वाले तीर्थयात्रियों से भी अनुरोध किया गया है कि वे आगे न बढ़ें और मौसम में सुधार होने तक अपनी यात्राओं को रोक दें। रिपोर्ट्स के मुताबिक बद्रीनाथ जाने वाले ज्यादातर श्रद्धालु जोशीमठ और चमोली में ठहरे हुए हैं।
आईएमडी ने 17 से 19 अक्टूबर तक राज्य में भारी बारिश और आंधी की भविष्यवाणी की है, जिसके मद्देनजर उत्तराखंड में रेड अलर्ट जारी किया गया है। जिसके चलते चारधाम देवस्थानम बोर्ड (Chardham Devasthanam Board) ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए यात्रा को रोकने की घोषणा की है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने ऐलान किया है कि रेड अलर्ट के मद्देनजर राज्य के सभी स्कूल आज (18 अक्टूबर 2021) भी बंद रहेंगे। सीएम ने आगे आश्वासन दिया कि इस दौरान संवेदनशील इलाकों में पुलिस, एसडीआरएफ और अन्य संबंधित कर्मियों को तैनात किया जायेगा।
अधिकारियों ने पुष्टि की है कि नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व (Nanda Devi Biosphere Reserve) और अन्य महत्वपूर्ण वनों सहित उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में ट्रेकिंग, पर्वतारोहण और कैंपिंग गतिविधियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। इन गतिविधियां मंगलवार (19 अक्टूबर 2021) तक रोक रहेगी।