Gau Mata: बेहद काम लोग जानते है गौ-माता से जुड़ी ये बातें

हिंदू धर्म में गाय को गौ-माता (Gau Mata) का दर्ज दिया गया है। गौ-माता के अंग-प्रत्यंग में समस्त देवी-देवताओं का वास माना जाता है। अगर प्रात:काल गौ-माता के दर्शन हो गये तो मानिये कि 33 कोटि देव-देवताओं के दर्शन हो गया। साक्षात् भगवान योगेश्वर श्री कृष्ण (Lord Yogeshwar Shri Krishna) भी गौ-माता के महात्मय के साक्षी है। उन धेनु चरैया रूप भक्तों का मनमोह लेता है। श्रीमती राधारानी (Shrimati Radharani) और गौ-माता दोनों ही उनके कृष्णावतार को परिपूर्णता प्रदान करती है। कई तरह की दैवीय आपदा, असाध्य बीमारी, ग्रहदशा और दोष गौ-माता की कृपा से खत्म हो जाते है।

गौ-माता के महात्मय से जुड़ी रोचक जानकारियां

1. गौ-माता जिस जगह खड़ी रहकर आनन्दपूर्वक चैन की सांस लेती है। वहाँ वास्तु दोष (Vaastu Dosh) समाप्त हो जाते हैं।

2. जिस जगह गौ-माता खुशी से रभांने लगे उस जगह देवी देवता पुष्प वर्षा करते हैं।

3. गौ-माता के गले में घंटी जरूर बांधे, गाय के गले में बंधी घंटी बजने से गौ आरती होती है।

4. जो व्यक्ति गौ-माता की सेवा पूजा करता है, उस पर आने वाली सभी तरह की विपदाओं को गौ-माता हर लेती है।

5. गौ-माता के खुर्र में नागदेवता (Naag Devta) का वास होता है। जहाँ गौ-माता विचरण करती है, उस जगह सांप-बिच्छू नहीं आते।

6. गौ-माता के गोबर में लक्ष्मी जी (Lakshmi ji) का वास होता है।

7. गौ-माता कि एक आँख में सूर्य और दूसरी आँख में चन्द्र देव का वास होता है।

8. गौ-माता के दुध मे सुवर्ण तत्व पाया जाता है, जो रोगों की क्षमता को कम करता है।

9. गौ-माता की पूँछ में हनुमानजी का वास होता है। किसी व्यक्ति को बुरी नजर हो जाये तो गौ-माता की पूँछ से झाड़ा लगाने से नज़र उतर जाती है।

10. गौ-माता की पीठ पर एक उभरा हुआ कुबड़ होता है, उस कुबड़ में सूर्य-केतु नाड़ी होती है। रोजाना सुबह आधा घंटा गौ-माता की कुबड़ में हाथ फेरने से रोगों का नाश होता है।

11. गौ-माता को चारा खिलाने से तैंतीस कोटी देवी देवताओं को भोग लग जाता है।

12. गौ-माता के दूध, घी, मक्खन, दही, गोबर और गोमूत्र से बने पंचगव्य (Panchagavya) हजारों रोगों की दवा है। इसके सेवन से असाध्य रोग मिट जाते हैं।

13. जिस व्यक्ति के भाग्य की रेखा सोई हुई हो तो वो व्यक्ति अपनी हथेली में गुड़ को रखकर गौ-माता को जीभ से चटाये गौ-माता की जीभ हथेली पर रखे गुड़ को चाटने से व्यक्ति की सोई हुई भाग्य रेखा खुल जाती है।

14. गौ-माता के चारों चरणों के बीच से निकल कर परिक्रमा करने से इंसान भय मुक्त हो जाता है।

15. गौ-माता के गर्भ से ही महान विद्वान धर्म रक्षक गौ कर्ण जी महाराज पैदा हुए थे।

16. गौ-माता की सेवा के लिये ही इस धरा पर देवी देवताओं ने अवतार लिये।

17. जब गौ-माता बछड़े को जन्म देती तब पहला दूध बांझ स्त्री को पिलाने से उनका बांझपन मिट जाता है।

18. स्वस्थ गौ-माता का गौमूत्र को रोजाना दो तोला सात पट कपड़े में छानकर सेवन करने से सारे रोग मिट जाते हैं।

19. गौ-माता वात्सल्य भरी निगाहों से जिसे भी देखती है उनके ऊपर गौकृपा हो जाती है।

20. काली गाय की पूजा करने से नौ ग्रह शांत रहते हैं। जो ध्यानपूर्वक धर्म के साथ गौ पूजन करता है, उनको शत्रु दोषों से छुटकारा मिलता है।

21. गाय एक चलता फिरता मंदिर है। सनातन धर्म में तैंतीस कोटि देवी देवता है, हम रोजाना तैंतीस कोटि देवी देवताओं के मंदिर जा कर उनके दर्शन नहीं कर सकते पर गौ माता के दर्शन से सभी देवी देवताओं के दर्शन हो जाते हैं।

22. कोई भी शुभ कार्य अटका हुआ हो बार-बार प्रयत्न करने पर भी सफल नहीं हो रहा हो तो गौ-माता के कान में कहिये रूका हुआ काम बन जायेगा।

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