बिजनेस डेस्क (राजकुमार): केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के अधिकारियों ने आज (26 दिसंबर 2022) वीडियोकॉन (Videocon) के संस्थापक और सीईओ वेणुगोपाल धूत (Venugopal Dhoot) को आईसीआईसीआई बैंक लोन धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया। सीबीआई ने आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर (Chanda Kochhar) और उनके पति दीपक कोचर (Deepak Kochhar) को बीते हफ्ते शनिवार (24 दिसंबर 2022) को गिरफ्तार किया था।
केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा कोचर से पूछताछ के बाद धूत को मुंबई में गिरफ्तार किया गया। व्यवसायी को बाद में दिन में विशेष अदालत के सामने पेश किया जायेगा क्योंकि सीबीआई उनकी हिरासत की मांग कर रही है।
दर्ज की गयी एफआईआर के मुताबिक वेणुगोपाल धूत आरोप लगाया कि- आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड ने वीडियोकॉन से जुड़ी सहायक कंपनियों ट्रेंड इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, सेंचुरी अप्लायंसेज लिमिटेड (Century Appliances Limited), कैल लिमिटेड, वैल्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड और इवान फ्रेजर एंड कंपनी इंडिया लिमिटेड (Ivan Fraser & Company India Limited) को लगभग 3,250 करोड़ रुपये की क्रेडिट सुविधाओं की मंजूर दी। इस मंजूरी को हासिल करने में वेणुगोपाल धूत ने बैंक को गलत जानकारियां और दस्तावेज मुहैया करवाये।
एफआईआर (FIR) में आगे कहा गया कि आईसीआईसीआई बैंक के अधिकारियों ने इन सभी लोन को बैंकिंग विनियमन अधिनियम, आरबीआई दिशानिर्देशों और बैंक की क्रेडिट नीति का उल्लंघन कर मंजूर किया था।
मामले में धूत पर लेन-देन के आरोप हैं, जहां उन्होंने सुप्रीम एनर्जी प्राइवेट कंपनी (Supreme Energy Private Company) के जरिये दीपक कोचर की ओर से चलायी जा रही न्यूपावर रिन्यूएबल्स लिमिटेड (एनआरएल) में 64 करोड़ रुपये का निवेश किया। इसके बाद उन्होंने कथित तौर पर एसईपीएल को पिनेकल एनर्जी ट्रस्ट (Pinnacle Energy Trust) में स्थानांतरित कर दिया, जिसे दीपक कोचर की ओर से 2010 और 2012 के बीच सर्किटस रूट के माध्यम से मैनेज किया गया था।