न्यूज़ डेस्क (शौर्य यादव): गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) की कहानी बेहद नाटकीय और फिल्मी अन्दाज़ में खत्म हो चुकी है। आज तड़के सुबह कानपुर में हुई उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (Uttar Pradesh Special Task Force) ने विकास को मुठभेड़ में मार गिराया। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक- उत्तर प्रदेश पुलिस की- स्पेशल टास्क फोर्स ट्रांजिट रिमांड पर उसे उज्जैन से कानपुर ला रही थी। इसी बीच एकाएक रास्ते में यूपी एसटीएफ की गाड़ी पलट गयी। मौका फायदा उठाकर विकास ने एसटीएफ सदस्यों के हथियार छीनकर भागने की कोशिश की। ज़वाबी कार्रवाई में विकास मार गिराया गया।
इस कार्रवाई में यूपी पुलिस के चार ज़वान गंभीर रूप से घायल हुए है। मुठभेड़ में पिस्टल यूपी एसटीएफ की सरकारी पिस्टल भी बरामद कर ली गयी है। जिसे विकास ने पुलिसवालों से छीना था। बुरी घायल एसटीएफ ज़वानों और विकास को तुरन्त कानपुर के एलएलआर अस्पताल ले जाया गया। जहाँ प्राथमिक जांच डॉक्टर्स ने विकास को मृत घोषित कर दिया। मुठभेड़ में घायल ज़वानों का कानपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
हालांकि यूपी पुलिस ने मुठभेड़ करने से पहले विकास को चेतावनी देते हुए आत्मसमर्पण करने का मौका दिया था। जिसे विकास ने नहीं माना। आई जी कानपुर रेंज ने मामले की पुष्टि करते हुए विकास को तीन गोली लगने की बात कहीं। गाड़ी के अनियन्त्रित होने के पीछे प्रदेश में हो रही भारी बारिश बतायी जा रही है।
कई विपक्षी पार्टियों ने मामले को सियासी रंग देना शुरू कर दिया है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Samajwadi Party supremo Akhilesh Yadav) प्रतिक्रिया देते हुए कहा- दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है। बीते गुरूवार को प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश के गृहमंत्री पर विकास दुबे को राजनीतिक संरक्षण देने का आरोप लगाया था।