न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): गौतम बुद्धनगर नगर (नोएडा) जिला प्रशासन ने “वायरल फीवर” (Viral Fever) में आये इज़ाफे को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया। यूपी सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को बुखार के मामलों की विशेष रूप से निगरानी करने और रिपोर्ट करने का भी फरमान जारी किया गया। हाल ही में पश्चिमी यूपी के कई इलाकों में “वायरल फीवर” के मामले बढ़ते हुए देखे गये है।
इलाके में कथित तौर पर बढ़ रहे “वायरल फीवर” के कारण मरीज़ों के कई मामले सामने आये है। जिले के लोगों को वेक्टर जनित बीमारियों (Vector Borne Diseases) को लेकर खासतौर से सतर्क रहने के लिए भी कहा गया है। लोगों से अनुरोध किया गया है कि अगर उन्हें बुखार बढ़ता है तो वो खुद का इलाज़ करने की कोशिश ना करें बल्कि काबिल डॉक्टर से इलाज करवाने को प्राथमिकता दे।
पश्चिमी यूपी के मैनपुरी, फिरोजाबाद और मथुरा जैसे जिलों में हाल के दिनों में “वायरल फीवर” के घातक मामलों में वृद्धि हुई है, जिसमें एक दर्जन लोगों की जान चली गयी है। इस मामले पर नोएडा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ सुनील शर्मा ने कहा कि, “मथुरा जिले में बुखार के कारण वेक्टर जनित बीमारियों और मौतों के मौसम को देखते हुए, गौतम बुद्धनगर जिले (Gautam Buddhanagar District) समें अलर्ट बढ़ा दिया गया है।”
सीएमओ के अनुसार प्रशासन ने सभी एएनएम (सहायक नर्स मिडवाइफ) और आशा (मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता) कार्यकर्ताओं को जमीन पर जाने और नियमित रूप से सरकारी अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (Community Health Centers) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में बुखार के मामलों की रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है। स्थानीय प्रशासन उन लोगों को अस्पताल में भर्ती करवा सकता है, जिन अनियमित तौर पर काफी दिनों से तेज बुखार रहता है।
मलेरिया के लक्षण वाले व्यक्तियों का टेस्ट कर पॉजिटिव पाये जाने पर तुरन्त ही उनका नज़दीकी अस्पताल में इज़ाल किया जायेगा। आधिकारिक बयान के मुताबिक सभी सरकारी अस्पतालों में जांच और इलाज की सुविधा मुफ्त होगी।
स्वास्थ्य की टीमें उन इलाकों का भी दौरा करेगी, जहां से ज़्यादा मलेरिया, बुखार, डेंगू और चिकनगुनिया के मामले सामने आ रहे है। इसके साथ ही स्वास्थ्य टीम स्थिति की समीक्षा करने साथ साथ समय पर परीक्षण और उपचार सुनिश्चित करेगी और जिला प्रशासन को बुखार के मामलों की विस्तृत रिपोर्ट (Detailed Report) सौपेंगी।
सीएमओ ने कहा कि "चूंकि ये वेक्टर जनित बीमारियों का मौसम है, इसलिए सुनिश्चित करें कि घरों और आस-पास के इलाके में पानी जमा न हो, लोगों को सप्ताह में एक बार एयर कूलर के टैंकों को साफ करना चाहिये और ये सुनिश्चित करना चाहिए कि उपयोग करने से पहले ये पूरी तरह से सूख जायें।