न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): 20 सालों तक मॉस्को के क्रेमलिन में राज करने वाले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) अगले साल तक राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे सकते है। ब्रिटिश अखबार द सन (British newspaper The Sun) उनकी प्रेमिका अलीना कबाइवा और उनकी दो बेटियों के हवाले से कर रहा है। दावे के मुताबिक पुतिन पार्किसंस बीमारी से जूझ रहे है। इस बीमारी का सीधा असर दिमाग में होने वाली न्यूरल गतिविधियों (Neural activities) पर पड़ता है। ब्रिटिश अखबार के मुताबिक अलीना कबाइवा और उनकी दोनों बेटियां उन पर राष्ट्रपति पद छोड़ने का भावनात्मक दबाव बना रही है।
हाल ही में राष्ट्रपति पुतिन की कुछ तस्वीरें सामने आयी थी। जिसमें वे लगातार अपने पैर इधर से उधर करते हुए देखे गये थे। पुतिन काफी गहरे दर्द से जूझ रहे थे। वे कुर्सी का हत्था (Armrest) लगातार दबा रहे थे। इस दौरान जब उन्होनें पैन पकड़ा उनकी उंगलियों में लगातार असहनीय दर्द हो रहा था। तस्वीरों को देखकर ये भी कयास लगाये गये कि उनकी पास पार्किसंस की दवाईयां भी थी। न्यूयॉर्क पोस्ट मे मॉस्को की राजनीतिक जानकार वलेरी सोलोवी (Moscow’s political expert Valeri Solovi) की छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक-आगामी जनवरी महीने के दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने इस्तीफे की घोषणा सार्वजनिक कर सकते है। अब जल्द ही अपने राजनीतिक वारिस के तौर पर वो प्रधानमंत्री की नियुक्त कर सकते है।
ब्रिटिश अखबार द सन का खुलासा ऐसे वक़्त में सामने आया है। जब रूसी सांसद एक ऐसे विधेयक के प्रारूप पर काम कर रहे है, जिसके अन्तर्गत रूसी राष्ट्रपति को आजीवन आपराधिक कार्रवाई की कानूनी कवायद से छूट मिल जायेगी। इसके साथ ही पुतिन ने हाल ही में कांस्टीट्यूशनल अमेंडमेंट (Constitutional Amendment) का ऐसे प्रस्ताव दिया है, जो कि उन्हें साल 2036 तक राष्ट्रपति पद पर काब़िज रहने के संवैधानिक अधिकार देगा। तकरीबन 78 फीसदी रूसी नागरिक इस कांस्टीट्यूशनल एमेंडमेंट के साथ खड़े है। इन्हीं संशोधन में रूस में उन्होनें समलैंगिक विवाह पर प्रतिबंध लगाने का भी खाका तैयार किया था। ब्रिटिश अखबार द सन इस खब़र का खंडन करते हुए राष्ट्रपति कार्यालय के कर्मचारी इसे अफवाह बता रहे है।