नई दिल्ली (समरजीत अधिकारी): वाशिंगटन (Washington) में अमेरिकी संसद कैपिटल हिल के बाहर ट्रम्प समर्थकों ने जमकर बवाल काटा। सत्ता हस्तांतरण के कारण बने गतिरोध के अमेरिकी लोकतान्त्रिक इतिहास (American democratic history) दागदार हुआ है। इन पूरे प्रकरण के दौरान एक ट्रंप समर्थक हाथों में तिरंगा थामे दिखा। जिसकी फोटो सोशल मीडिया से लेकर कई अखबारों में सामने आयी। इस शख़्स का नाम विन्सन पलथिंगल उर्फ विंसेंट जेवियर बताया गया। जो कि भारतीय मूल का केरल निवासी है। कैपिटल हिल पर हिंसक प्रदर्शनों के दौरान तिरंगें के इस्तेमाल से कई लोगों में भारत में कड़ी आपत्ति जतायी।
जांच करने पर पाया गया कि, विन्सन पलथिंगल कोच्चि के चंबाक्करा का निवासी है। इसी जानकारी को आधार बनाते हुए विन्सन के खिलाफ दक्षिणी दिल्ली का कालका जी थाने (Kalka Police Station of South Delhi) में शिकायत दर्ज करवायी गयी है। उस पर राष्ट्रीय चिन्हों का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगा है। वायरल वीडियो और अन्तर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसियों से मिले फुटेज में देखा गया कि, उसने हिंसा प्रदर्शनों में हिस्सा लिया और राष्ट्रपति ट्रम्प के पक्ष में जमकर नारेबाज़ी की। इस दौरान वो लगातार तिरंगा थामे रहा। विन्सन इससे जुड़ी पोस्ट भी फेसबुक पर पोस्ट की। जब मामले ने तूल पकड़ा तो उसने इसे तुरन्त हटा लिया।
इस प्रकरण पर विन्सन पलथिंगल की सफाई भी सामने आयी है। वो मानता है कि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान बड़ी धांधली हुई है। जिसके वो सख़्त खिलाफ है। अपनी आपत्ति दर्ज करवाने के लिए वो अमेरिकी संसद कैपिटल हिल पहुँचा था। जहां प्रदर्शनकारी बेहद आक्रामक और हिंसात्मक (Demonstrators extremely aggressive and violent) हो रहे थे। हालांकि इस दौरान वो हिंसा से दूर रहा। बेलगाम हो रहे आंदोलनकारियों के बीच तिरंगे थामे रखना, राष्ट्रीय चिन्हों की मर्यादा से खिलवाड़ करना माना जा रहा है। जिसकी तहरीर अब दिल्ली पुलिस तक पहुँच चुकी है। अब देखना दिलचस्प है कि मामले की जांच दिल्ली पुलिस कैसे और किस तरह करती है?