न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): मुंबई को पानी की सप्लाई करने वाली झीलों में बारिश का पानी जरूरत से कम इकट्ठा होने की वज़ह से मुंबई में पानी की किल्लत (Water Shortage) हो गयी है। बीएमसी (BMC) नागरिक निकाय ने बीते शुक्रवार को ऐलान किया था कि आज (27 जून) से पानी की सप्लाई में 10 फीसदी कम की जायेगी। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कहा कि शहर और उपनगरों के अलावा ठाणे और भिवंडी (Thane and Bhiwandi) नगर निगमों और कुछ गांवों में झीलों में पानी के स्टॉक में सुधार होने तक इस 10 प्रतिशत कटौती को भी लागू रखा जायेगा।
बीएमसी ने इस बात पर रौशनी डाली कि बीते साल जून में हुई बारिश उम्मीदों के मुताबिक 70 प्रतिशत कम दर्ज की गयी। जिसके मद्देनज़र बीएमसी ने नागरिकों से पानी का सोच समझकर इस्तेमाल करने की अपील की। बीएमसी ने जब मुंबई (Mumbai) को पानी की सप्लाई करने वाले जल स्रोतों का सर्वे किया तो पाया कि बारिश के इकट्ठा पानी के मौजूदा स्टॉक 10 फीसदी से नीचे चला गया है।
मुंबई, ठाणे और नासिक (Nashik) जिलों की सात झीलें राजधानी मुंबई को 3,800 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रति दिन) पानी उपलब्ध कराती हैं। ऊपरी वैतरणी झील (नासिक जिले में) का पानी रोजमर्रा के इस्तेमाल लिये जीरो स्टॉक रखता है।
मामले पर बीएमसी ने कहा कि, “मुंबई मेट्रोपॉलिटन सिटी को पानी की सप्लाई करने वाले सात बांधों और झीलों में इस्तेमाल करने के लिये पानी नाकाफी है, इसी वज़ह से पानी का स्टॉक कम हुआ है। जिससे पानी सप्लाई में कमी आ रही है। आज से (27 जून 2022) बीएमसी क्षेत्राधिकार वाले इलाके में पानी की आपूर्ति में 10 प्रतिशत की कटौती लागू करने जा रही है।”