न्यूज डेस्क (यर्थाथ गोस्वामी): नवरात्रि (Navratri) का महापर्व करीब ही है और ज़्यादातर हिंदू घरों में जोश और उत्साह के साथ इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है। नवरात्रि का मतलब है ‘नौ रातें।’ ‘नव’ का मतलब है ‘नौ’ और ‘रात्रि’ का अर्थ है ‘रात’। इस साल शरद नवरात्रि सोमवार 26 सितंबर से शुरू होकर 4 अक्टूबर मंगलवार को खत्म होगी। नवरात्रि को शुभ त्योहार माना जाता है, क्योंकि देवी दुर्गा ने राक्षस महिषासुर (Mahishasura) को हराकर दुनिया को बुरी शक्ति से बचाया था। देवी दुर्गा दैवीय शक्ति, शक्ति और ज्ञान का प्रतीक हैं। नवरात्रि के हर एक दिन खास मायने रखता है। ऐसे में ये जानने कि नवरात्रि के इन 9 दिनों में कौन से रंग के कपड़े पहनने चाहिए क्योंकि रंग विशेष नवदुर्गा का प्रतिनिधित्व करते है।
नवरात्रि का पहला दिन- नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम रूप मां शैलपुत्री (Maa Shailputri) की पूजा की जाती है। देवी शैलपुत्री को पीला रंग बहुत पसंद होता है। इसलिए इस दिन पीला रंग पहनना शुभ माना जाता है। इससे सौभाग्य और आनंद की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि का दूसरा दिन- नवरात्रि के दूसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी (Goddess Brahmacharini) की पूजा की जाती है। माँ ब्रह्मचारिणी को हरा रंग बेहद पसंद है और ऐसा माना जाता है कि नवरात्रि के दूसरे दिन हरा रंग धारण करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनायें पूरी होती हैं।
नवरात्रि का तीसरा दिन- देवी चंद्रघंटा (Goddess Chandraghanta) देवी दुर्गा का तीसरा महास्वरूप हैं और नवरात्रि के तीसरे दिन उनकी पूजा की जाती है। इस दिन भूरे रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है।
नवरात्रि का चौथा दिन- नवरात्रि के चौथे दिन देवी कूष्मांडा की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन भक्तों को नारंगी रंग के कपड़े पहनकर देवी माँ कूष्मांडा (Goddess Mother Kushmanda) की पूजा करनी चाहिये क्योंकि ये रंग चमक, ज्ञान और शांति का प्रतीक है।
नवरात्रि का पांचवां दिन- नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता (Skandmata) की पूजा की जाती है। पूजा करते समय सफेद कपड़े पहनने चाहिये, क्योंकि ये पवित्रता का प्रतिनिधित्व करता है और व्यक्ति को सफेद रंग पहनना चाहिये।
नवरात्रि का छठा दिन- नवरात्रि के छठे दिन देवी कात्यायनी की पूजा की जाती है। देवी कात्यायनी को लाल रंग बहुत प्रिय है। इसलिये इस दिन लोगों को लाल वस्त्र पहनकर देवी की पूजा करनी चाहिए और माँ आशीर्वाद लेना चाहिए। बता दे कि माँ आद्या कात्यायनी (Maa Aadya Katyayani) ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी है, माँ की पूजा-अर्चना करके गोपियों ने भगवान श्रीकृष्ण (Lord Shri Krishna) को वर रूप में पाने का वरदान मांगा। माँ का नाम ऋषि कात्यायन (Rishi Katyayan) के नाम पर पड़ा है, जिन्होनें अघोर तपस्या कर आदिदुर्गा से वरदान मांगा था कि वो उनके घर पुत्री रूप में पैदा हो। वरदान की पूर्ति करने के लिये माँ आदिदुर्गा (Adidurga) कात्यायन ऋषि की बेटी बनकर अवतरित हुई थी, इसलिये माँ का नाम कात्यायनी पड़ा।
नवरात्रि का सातवां दिन- नवरात्रि के सातवें दिन देवी कालरात्रि (Goddess Kalratri) की पूजा की जाती है। इस दिन भक्तों के लिये मां कालरात्रि की पूजा करने के लिये नीले रंग के कपड़े पहनना शुभकारी होता है।
नवरात्रि का आठवां दिन- अष्टमी नवरात्रि के अहम दिनों में से एक है। इस दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी (Mahagauri) की पूजा की जाती है। भक्तों को पूजा करते समय हल्के गुलाबी रंग के कपड़े पहनने चाहिये, जो कि आशा, आत्म-शोधन और सामाजिक उत्थान का प्रतिनिधित्व करते हैं।
नवरात्रि का नौवां दिन- नवरात्रि के नौवें दिन मां दुर्गा के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री (Maa Siddhidatri) की पूजा की जाती है। सभी सिद्धियों की दाता सिद्धिदात्री की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन बैंगनी रंग के कपड़े पहनना शुभदायी माना जाता है।