नई दिल्ली (समरजीत अधिकारी): विधानसभा चुनावों (West Bengal Assembly Election) से पहले बंगाल के सियासी हालात इस समय चरम पर बने हुए है। गृहमंत्री अमित शाह की मजबूत नीतियों के कारण टीएमसी का सियासी किला ढहने के कगार पर है। टीएमसी की आंतरिक कलह कहीं ना कहीं भाजपा को सीधा राजनैतिक फायदा (Political advantage) पहुँचायेगी, लेकिन उससे दोनों पार्टियों के कारण पति और पत्नी में इतना क्लेश बढ़ गया कि, पहले दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ। उसके बाद अब नौबत तलाक तक आ पहुँची है।
ये विवाद पश्चिम बंगाल के विष्णुपुर से सांसद और प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष सौमित्र खान और उनकी पत्नी सुजाता मंडल खान बीच उपजा है। हाल ही में सुजाता ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थामा है। जिसकी वज़ह से उनके बीच हालात तनावपूर्ण हो गये। बंगाल राजनीतिक अस्थिर माहौल ने उनके वैवाहिक जीवन में सेंध लगा दी। गृहक्लेश और पारिवारिक झगड़े (Family affliction) के बीच दोनों ने साथ ना रहने का फैसला कर लिया है।
कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सुजाता मंडल ने इस झगड़े का खुलासा किया। फिलहाल तलाक का नोटिस (Divorce notice) जल्द ही सौमित्र खान की ओर से सुजाता मंडल खान को भेज दिया जायेगा। इस प्रकरण के बाद सौमित्र खान की सिफारिश पर सुजाता खान की मिली कार और उनके घर की सुरक्षा को वापस ले लिया गया है। कुछ इसी तर्ज पर आंतरिक कलह का फायदा भाजपा उठाती दिख रही है। प्रशांत किशोर और अभिषेक बनर्जी से नाराज़ टीएमसी नेताओं की सरगर्मी से तलाश कर उन्हें भाजपा में शामिल होने के पेशकश की जा रही है।